राफेल डील की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने भले ही ख़ारिज कर दिया हो मगर, मोदी सरकार की मुश्किलें अभी कम नहीं हुई हैं। याचिका ख़ारिज होने के बाद कांग्रेस दोगुनी ताकत से राफेल डील पर सरकार पर हमले कर रही है।

14 दिसंबर को राहुल गाँधी ने प्रेस कांफ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘चोर’ बताया और कहा कि चौकीदार चोर हैं ये बात वो साबित करके रहेंगे। अब राहुल की प्रेस कांफ्रेंस के बाद मोदी सरकार आरोपों से बचने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने में लगी है।

उधर सुप्रीम कोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद मोदी सरकार हर तरीके से सक्रिय नज़र आ रही है! इसी बीच फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां ये ली दारियां दो दिवसीय भारत के दौरे पर आये हैं।

फ्रांस के विदेश मंत्री का अचनाक से भारत दौरा संदेह पैदा कर रहा है, क्योंकि राफेल डील फ्रांस की सरकार से की गई है।

ऐसे में जिस समय राफेल विमान को लेकर भारत में घमासान मचा हुआ है फ्रांस के विदेश मंत्री अचानक ही भारत दौरे पर नहीं हैं!ये भी एक अचम्भे की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के विदेश मंत्री से तब मिल रहे हैं जब देश में राफेल डील की चर्चा अपने अपने चरम पर है!

ट्वीटर पर न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने खबर शेयर की है, जिसपर लोग कमेंट करके कह रहे हैं कि, “ये राफेल के बारे में जानता होगा इसीलिए मोदी जी से मिलने आया है।”

“राफेल डील में कांग्रेस का मोदी सरकार पर सीधा आरोप है कि मोदी सरकार ने सरकारी कंपनी HAL को दरकिनार करके अनिल अंबानी की अनुभवहीन कंपनी रिलाइंस डिफेन्स से विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट से करार करवाया।

इस डील में सरकार ने अनिल अंबानी को 30,000 करोड़ का फायदा पहुँचाया है। राफेल डील पर बीजेपी की प्रेस कांफ्रेंस के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा।

साथ ही ये भी याद दिलाया कि आखिर कैग की रिपोर्ट संसदीय समिति के सामने पेश क्यों नहीं की गई।

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