महिला पत्रकार विद्या कृष्णन ने ख़ुद को राष्ट्रवादी कहने वाले इंडिया टुडे के कार्यकारी संपादक एवं एंकर गौरव सावंत पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला पत्रकार का आरोप है कि 2003 में एक असाइनमेंट के दौरान सावंत ने उनके साथ यौन दुर्व्यवहार किया।
‘द कारवां’ को दिए इंटरव्यू में विद्या कृष्णन ने बताया कि 2002-2003 में एमिटि विश्वविद्यालय के दौरे के दौरान वह सावंत के संपर्क में आईं थी। विद्या ने पत्रिका को बताया कि 2003 में उन्होंने जब पायनियर ज्वाइन किया था।
उसी दौरान उन्हें पंजाब में स्थित एक नदी के किनारे मौजूद एक सैन्य स्टेशन में एक ड्रिल को कवर करने के लिए भेजा गया था। पत्रिका के मुताबिक उस दौरान गौरव सावंत भी उसके साथ थे और ट्रिप पर वह एकलौती महिला थी।
विद्या ने बताया कि जब वह जीप पर बैठी थी तो सावंत ने उसके कंधे पर हाथ रख दिया। जिसके बाद सावंत ने हाथ को खिसकाते हुए सीने पर रख दिया।
BJP के ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ वाले जुमले को करारा जवाब, शानदार स्कूल बनाकर AAP बोली- स्कूल वहीं बनाएंगे
विद्या ने बताया कि यह भयानक सिलसिला यहीं नहीं रुका, रात में सावंत ने टेक्स्ट मैसेज करके उसे अपने कमरे में बुलाया। विद्या के मुताबिक सावंत उसके साथ बाथटब में जाना चाहता था।
पीड़िता ने बताया कि उसके मना करने के बावजूद सावंत कुछ ही मिनट में उसके कमरे में आ गया। पीड़िता ने बताया कि सावंत की पैंट की ज़िप खुली हुई थी और वह उसके हाथों को जबरन गुप्तांग की ओर खींच रहा था।
पीड़िता ने सावंत पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए कहा कि यह ट्रिप उसके लिए एक बुरा सपना है। महिला पत्रकार के इन आरोपों के बाद सोशल मीडिया पर गौरव सावंत की जमकर फज़ीहत हो रही है।
CM शिवराज की पत्नी का विरोध, मतदाता बोले- इस बार सिर्फ ‘कांग्रेस’ को ही वोट देंगे
छात्र कार्यकर्ता और लेखक गुरमेहर कौर ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा, “एक आदमी जो हमें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने की कोशिश करता है, उसे सहमति का पाठ पढ़ने की ज़रूरत है। इस तरह के आदमी देश के लिए शर्म हैं”।
The man who tried to teach us all nationalism clearly needs a lesson on consent. Men like him are shame to this nation. https://t.co/aWhRWwAdDg
— Gurmehar Kaur (@mehartweets) November 12, 2018
महिला पत्रकार ने गौरव सावंत पर यह आरोप ‘मी टू’ अभियान के तहत लगाए हैं। बता दें कि मी टू अभियान के तहत हर रोज बॉलीवुड सहित अलग-अलग संस्थान में कार्यरत महिलाएं आगे आकर अपनी आपबीती बयां कर रही हैं।
इससे पहले मोदी सरकार के मंत्री एमजे अकबर पर भी महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।