केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर मुसलमानों के ख़िलाफ़ ज़हर उगला है। गिरिराज ने कहा कि देवबंद शिक्षा का नहीं बल्कि आतंक का मंदिर है। आतंकी हाफिज सईद और बगदादी भी यहीं से पढ़े हैं। इसके साथ ही बीजेपी नेता ने देवबंद का नाम बदलकर देववृंद रखे जाने की मांग की।
बुधवार को कस्बा देवबंद में देवीकुंड रोड स्थित श्री महाकालेश्वर ज्ञान मंदिर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुरुकुल से कोई भी बच्चा आज तक आतंकवादी नहीं निकला, लेकिन यह पता नहीं कि देवबंद शिक्षा का मंदिर है या आतंक का मंदिर, क्योंकि 26/11 हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद और बगदादी दोनों यहीं के हैं।
यहां मानवता के कल्याण के लिए शिक्षा दी जाती है या मानव का संहार करने की शिक्षा दी जा रही है, क्योंकि बगदादी मानव का संहार कर रहा है और हाफिज सईद ने भारत में 26/11 के हमले किए हैं।
गिरिराज ने कहा कि यह दोनों देवबंद से ही पढ़े हैं, जैसा कि लोगों ने मुझे बताया है, इसलिए मैं समझता हूं कि देवबंद शिक्षा का नहीं आतंक का मंदिर है।
दिलचस्प बात तो यह है कि गिरिराज ने अपने इस बयान में एक डिस्कलेमर भी लगा रखा है। उन्होंने कहा कि हाफिज़ सईद और बगदादी देवबंद के छात्र थे, यह बात उन्हें लोगों से पता चली है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या केंद्रीय मंत्री लोगों की बातों पर अपना बयान देते हैं, क्या वह तथ्यों की जांच करने में कोई दिलचस्पी नहीं रखते? या फिर लोगों से वही बात सुनते हैं जो वह ख़ुद कहना चाहते हैं। गिरिराज जानबूझकर ग़लत तथ्यों के आधार पर भड़काऊ देते हैं, जिससे वह अपनी हिंदुत्ववादी छवि को चमका सकें!
बीते कल ही गिरिराज ने शामली की मॉब लिंचिंग की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, “ये यूपी के शामली की घटना है जहां 6 मुस्लिम लड़को ने एक हिन्दू लड़के को पुलिस की गाड़ी से जबरन बाहर निकाला और फिर उसकी मॉब लिंचिंग की गई। अब अगर कोई इन्टॉलरंस गैंग या इन्टॉलरंस पर ज्ञान देने वाला मिले तो पूछियेगा की कठुआ के बाद उनका जमीर मर गया या बिक गया ??”
इससे पहले गिरिराज ने आयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भी भड़काऊ बयान दिया था। उन्होंने कहा था, “मैं मुस्लिम समाज के लोगों से एकअपील करता हूं। यहां रहने वाले 100 करोड़ हिंदू भी उनके भाई हैं।
आपने यहां तीन लाख मस्जिद बनाए और किसी ने आपको नहीं रोका। लेकिन अब हिंदुओं के सब्र का इम्तिहान न लिजीए। भगवान राम में मेरा विश्वास है और उनका मंदिर अयोध्या में बनेगा।”