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हरियाणा के झज्जर में कोरोना संक्रमण से ठीक हुए तब्लीग़ी जमात के लोगों ने कोरोना महामारी से लोगों की जान बचाने के लिए अपना ब्लड प्लाजमा डोनेट करने का फ़ैसला किया है।
जमातियों के इस फैसले की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ़ हो रही है। लेकिन देश का मेनस्ट्रीम मीडिया इसपर ख़ामोश है। जिस तरह उसने कोरोना को लेकर जमातियों को बदनाम किया, उस तरह वो जमातियों के नेक काम की प्रशंसा करता नज़र नहीं आ रहा।
मीडिया के इसी दोहरे मापदंड पर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “एक गलती पर तुरंत गाली देते हो लेकिन सराहनीय कार्य पर प्रशंसा ज़रूर करें। तब्लीगी जमात के लोगों ने एक नेक काम किया हैं। झज्जर के हॉस्पिटल में 129 मरीज़ ठीक हो गए, उनमें से कई लोगों ने दूसरे मरीज़ों की प्लाज़्मा थेरेपी के लिए अपना खून देने के लिए तैयार हैं। यह क़ाबिले तारीफ़ हैं।”
एक गलती पर तुरंत गाली देते हो लेकिन सराहनीय कार्य पर प्रशंसा ज़रूर करें। तब्लीगी जमात के लोगों ने एक नेक काम किया हैं। झज्जर के हॉस्पिटल में 129 मरीज़ ठीक हो गए, उनमें से कई लोगों ने दूसरे मरीज़ों की प्लाज़्मा थेरेपी के लिए अपना खून देने के लिए तैयार हैं। यह क़ाबिले तारीफ़ हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) April 26, 2020
बता दें कि डॉक्टर्स का दावा है कि प्लाजमा थेरेपी के ज़रिए कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा सकता है। इस थेरेपी के लिए उन लोगों के प्लाजमा की ज़रूरत होती है जो कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।
इसी के मद्देनजर जब झज्जर के अस्पताल में कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके 129 जमातियों से ब्लड प्लाजमा डोनेट करने के लिए कहा गया तो वो तैयार हो गए। सिर्फ झज्जर ही नहीं बल्कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी जमातियों ने ब्लड प्लाजमा डोनेट करने का फैसला किया है।
कानपुर में प्लाजमा डोनेट करने वाले जमातियों ने डॉक्टर्स से अपील की है कि लोगों की जान बचाने के लिए उनके खून का एक एक कतरा तक इस्तेमाल किया जाए। इन लोगों का कहना है कि इंसानियत को बचाने के लिए अगर उनका खून काम आए तो इससे अच्छी बात क्या होगी।