दिल्ली में भड़की हुई हिंसा (Delhi Violence) को गंभीरता से लेते हुए कल दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) के वरिष्ठ न्यायधीश (Justice Murlidhar) जस्टिस मुरलीधर ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के प्रतिनिधि को जमकर फटकार लगाई थी। उन्होंने सवाल किया था कि जब कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर, परवेश वर्मा और अभय वर्मा जैसे नेताओं के भड़काऊ भाषण पब्लिक डोमेन में चल रहे हैं तो अभी तक उनके खिलाफ FIR क्यों नहीं दर्ज की गई है?
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि FIR दर्ज करने में जितनी देर की जाएगी हालात उतने ही बिगड़ते चले जाएंगे। निर्देश चेतावनी और फटकार के साथ ही उन्होंने अपनी नाराज़गी भी जाहिर की और दिल्ली पुलिस के प्रतिनिधि को कहा- जाकर पुलिस कमिश्नर से कह दीजिए कि अदालत उनके रवैए से खुश नहीं है।
जब सभी संस्थाएं सरकार के सामने घुटने टेक चुकी हैं तो एक वरिष्ठ जज द्वारा न्याय संगत बातें करना लोगों को बेहद रास आया और अचानक ही जस्टिस मुरलीधर के समर्थन में सोशल मीडिया पर माहौल बनने लगा ।
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हालांकि जस्टिस मुरलीधर की यह दिलेरी सरकार और शीर्ष न्यायाधीशों को नहीं पसंद आई होगी तभी तो कुछ घंटों के अंदर ही नया नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया- जिसके मुताबिक उनका ट्रांसफर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में कर दिया गया। कहने को तो यह फैसला बहुत पहले किया जा चुका था लेकिन उनके ट्रांसफर के नोटिफिकेशन की टाइमिंग अपने आप में कहानी बयां करती है।
जस्टिस मुरलीधर का रातोंरात हुए तबादले पर प्रतिक्रिया देते हुए बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा (Richa Chadda) बोलीं- ‘कम से कम वो जिंदा तो हैं’
At least he's alive. https://t.co/FvkQDBueBl
— TheRichaChadha (@RichaChadha) February 27, 2020
गौरतलब है कि एक हाईप्रोफाइल मामला देखने वाले जज लोया की मौत अभी भी एक रहस्य बनी हुई है। विपक्षी दलों के तमाम नेता अमित शाह को उनकी मौत का साजिशकर्ता बताते हैं।