richa chadda
Richa Chadda

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत में डिटेंशन सेंटर ना होने के दावों के बीच असम के डिटेंशन सेंटर में एक और मौत हो गई है। इस मौत के साथ ही पिछले तीन सालों में डिटेंशन सेंटर में मरने वालों की संख्या 29 पर पहुंच गई है।

मरने वाले व्यक्ति का नाम नरेश कोच है, जिनकी उम्र 55 वर्षीय बताई जा रही है। गोलपाड़ा ज़िले के तिकाना पाड़ा के रहने वाले नरेश को अवैध विदेशी घोषित किए जाने के बाद 7 मार्च 2018 को डिटेंशन सेंटर में डाला गया था। पुलिस के मुताबिक, नरेश कोच बीमार थे और उन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां शुक्रवार की शाम उनकी मौत हो गई।

1 जून, 2017 को दिए गए एक आदेश में फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल नंबर 5 ने नरेश को अवैध विदेशी घोषित किया था। हालांकि उनकी पत्नी का दावा है कि नरेश को डॉक्यूमेंट दिखाने के बावजूद विदेशी घोषित किया गया और उन्हें डिटेंशन कैंप में डाल दिया गया। उनकी पत्नी ने कहा कि कोच 1964 में पूर्वी पाकिस्तान से असम आए थे और तब से वो यहीं थे। उन्होंने 2018 तक कई चुनावों में मतदान भी किया था।

असम में 6 डिटेंशन सेंटर मौजूद! राहुल गांधी बोले- RSS का प्रधानमंत्री ‘भारत माता’ से झूठ बोलता है

डिटेंशन सेंटर में हुई नरेश की मौत को लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “हिंदू शख्स, नरेश कोच असम के डिटेंशन सेंटर में दम तोड़ने वाले 29वें व्यक्ति हैं। सहमत, हिंदू खतरे में हैं।”

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2016 से लेकर अक्टूबर 2019 तक डिटेंशन सेंटर में रहने वाले 28 लोगों की मौत हो चुकी है। नवंबर महीने में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में बताया था कि 22 नवंबर 2019 तक 988 विदेशियों को असम के 6 डिटेंशन सेंटर में डाला गया है। हालांकि इन सभी आंकड़ों के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश में डिटेंशन सेंटर होने की बात से इनकार कर दिया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here