
साउथ सुपर स्टार रजनीकांत की सुपरहिट फिल्म काला के निर्देशक पा. रंजीथ ने देश में दलितों से 2019 के लोकसभा चुनावों में एकजुट होने की अपील की है।
एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि जब हमारे द्वारा चुना गया विधायक और सांसद हमारे लिए एक शब्द नहीं बोल सकता तो हम उनको क्यों चुने।
और अगर उनकी पार्टी दलितों के पक्ष में बात करने पर हटा देती है तो उनको खुद वो पार्टी छोड़ देनी चाहिए। और एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना चाहिए। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े होने पर उनको दलित ही जीता कर विधानसभा भेज देंगे।
उन्होंने कहा कि यदि कोई दलित चुनाव लड़ने का फैसला करता है तब सभी को उसका साथ देना चाहिए। संसद में दलितों के लिए 7 आरक्षित सीटों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि साथ मिल कर एक जूट हुए तो सातों सीटों पर हमारा ही कब्जा होगा।
इस कार्यक्रम के दौरान पा. रंजीथ ने तमिलनाडु के होसूर में हुई नंदेश और स्वाती हत्याकांड का भी जिक्र किया। इस हत्याकांड में कथित उच्च जाति की लड़की द्वारा एक दलित युवक से शादी करने के बाद उसके पति को मार दिया गया था।
इस हत्याकांड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस दलित और कम्युनिस्ट पार्टियों के आलावा इसी भी अन्य पार्टी ने इस विषय पर बोलने की हिम्मत नहीं जुटाई थी।
उन्होंने राज्य की प्रमुख पार्टियों को दलित विरोधी बताते हुए दलितों को आने वाले चुनाव में एकजुट रहने की अपील की है।
रंजीथ अपनी सुपरहीट फिल्मों के साथ साथ जातिवाद के खिलाफ पर भी बोलने के लिए जाने जाते हैं। रंजीथ द्वारा निर्देशित फिल्म काला भी दलितों के संघर्ष से जुड़ी कहानी पर ही आधारित है।