
बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की भीड़ ने हत्या कर दी। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में भी साफ़ हो गया की सुबोध सिंह को बांयी आंख की भौं के पास गोली लगी। यह गोली .32 की थी।
उपद्रवी सुबोध कुमार सिंह की सरकारी पिस्टल भी लूटकर ले गए। जिस समय वीडियो बनाया गया उस समय वापस पथराव शुरू हो गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां वे मृत पाए गए।
बुलंदशहरः हत्यारी भीड़ ने पुलिस को निगला, गोकशी से गुस्साए लोगों ने की इंस्पेक्टर की हत्या !
भीड़ हत्या पर वामपंथी नेता कन्हैया कुमार ने सोशल मीडिया पर लिखा, भाजपा सरकार ने अपने सियासी फायदे के लिए भीड़ की हिंसा को हमेशा बढ़ावा दिया और गुनहगारों का साथ दिया। नफरत की इस राजनीति के खतरनाक मंजर अब सामने आने लगे हैं।
जब भीड़ के कारण इंस्पेक्टर असुरक्षित हो रहे हैं तो अख़लाक़ों और जुनैदों को न्याय कैसे मिलेगा? लोकतंत्र को बचाने के लिए नागरिकों को भीड़ बनने से रोकना होगा, क्योंकि जब आग लगती है तो लपटें शहर के किसी घर को नहीं छोड़तीं।
जब भीड़ के कारण इंस्पेक्टर असुरक्षित हो रहे हैं तो अख़लाक़ों और जुनैदों को न्याय कैसे मिलेगा? लोकतंत्र को बचाने के लिए नागरिकों को भीड़ बनने से रोकना होगा, क्योंकि जब आग लगती है तो लपटें शहर के किसी घर को नहीं छोड़तीं। #Bulandshahr
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) December 3, 2018
कन्हैया ने आगे लिखा, जब भीड़ के कारण इंस्पेक्टर असुरक्षित हो रहे हैं तो अख़लाक़ों और जुनैदों को न्याय कैसे मिलेगा? लोकतंत्र को बचाने के लिए नागरिकों को भीड़ बनने से रोकना होगा, क्योंकि जब आग लगती है तो लपटें शहर के किसी घर को नहीं छोड़तीं।
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बता दें कि पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव एटा जिले के जैथरा गांव के तरिगमा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।
उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनको सलामी दी गई, जहां उनके पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी जाएगी।