केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार के शासनकाल में देश के विकास के नाम पर या तो देश का निजीकरण किया जा रहा है या फिर बड़े बड़े बैंकों और कंपनियों द्वारा घोटाले।

भाजपा की प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हुए एक बड़े घोटाले का सीबीआई द्वारा भंडाफोड़ किया गया है।

खबर के मुताबिक, दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के प्रमोटर्स कपिल और धीरज वाधवा के खिलाफ 14000 करोड रुपए का घोटाला करने के मामले में केस दर्ज किया गया है। इस समय दोनों भाई धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग के मामले में जेल में बंद है।

बताया जाता है कि डीएचएफएल के प्रमोटरों कपिल और धीरज ने फर्जी होम लोन मंजूर किए और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सरकार से 1,880 करोड़ रुपये की ब्याज सब्सिडी भी हासिल की।

यह सारा फर्जीवाड़ा मुंबई के बांद्रा स्थित डीएचएफएल ब्रांच में किया गया है। साल 2017 से लेकर 2019 के बीच कपिल और धीरज ने 2.6 लाख फर्जी होम लोन खाते खोले और लगभग 14,000 करोड रुपए का होम लोन मंजूर किया।

जिसमें से 11,755 करोड़ रुपये नकली कंपनियों से लेना दिखाया गया।

इस मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने मोदी सरकार की चुटकी ली है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 12,000 करोड़ रुपए 2.6 लाख फर्जी होम लोन खातों में वितरित किए गए।

पश्चिम बंगाल में गरीब महिला इस बात से अंजान थी कि प्रधानमंत्री आवास योजना के विज्ञापन में उसकी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया। जो घर उसे कभी भी नहीं मिला। भाजपा द्वारा चलाई जा रही सरकार भारत की सबसे भ्रष्ट सरकार है।”

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के प्रचार क्षेत्र में भाजपा ने राज्य में बेघर लोगों को घर देने का दावा किया है।

लेकिन अखबारों में दिए गए विज्ञापन में नजर आने वाली महिला का दावा है कि उसे इस बात की जानकारी भी नहीं है कि उसकी तस्वीर कब और कहां खींची गई है। उसे अब तक इस योजना के तहत घर भी नहीं मिला है।

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