तमिलनाडु सरकार ने प्रदेश के छात्रों के लिए बेहतरीन योजना की शुरुआत की है. तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके पार्टी के संस्थापक अन्ना दुरई की जयंती के मौके पर राज्य के स्कूली छात्रों के लिए मुफ्त ब्रेकफास्ट योजना शुरु की गई है.

मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इस योजना की शुरुआत की और कहा कि इस योजना को शुरु करते हुए उन्हें गर्व हो रहा है.

पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज़ कसते हुए सीएम स्टालिन ने कहाकि किसी को इस योजना को मुफ्त की रेवड़ी नहीं समझना चाहिए, ये सरकार का कर्तव्य है.

कार्यक्रम में स्टालिन ने कहाकि योजना के पहले फेज़ में 1.16 लाख छात्रों को मुफ्त नाश्ता दिया जाएगा. उन्होंने इस योजना के विस्तार का भी आश्वासन दिया है.

स्टालिन ने कहाकि किसी भी गरीब और वंचित छात्र को भोजन की आवश्यकता के लिए स्कूल नहीं छोड़ना चाहिए. उन्होंने वादा किया कि इस सरकार के साथ जो भी आर्थिक संकट आए लेकिन इस योजना को रोका नहीं जाएगा.

सीएम ने अधिकारियों से अपील करते हुए कहाकि वो स्कूल में बच्चों को वैसे ही खाना खिलाएं जैसे अपने बच्चों को खिलाते हैं, उसी तरह इस योजना को भी लागू करें.

मदुरै में हुए कार्यक्रम में सीएम स्टालिन ने इस योजना का शुभारंभ किया. सीएम ने बताया कि योजना के पहले चरण में नगर निगमों के कुल 417 स्कूल, नगर पालिकाओं के 163 स्कूल, ग्राम पंचायतों के 728 स्कूल और राज्य के अंदरूनी इलाकों और पहाड़ी क्षेत्रों के 237 स्कूल शामिल होंगे. उसी के आधार पर हमने स्कूली बच्चों के लिए नाश्ता सुनिश्चित करने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया है.

100 साल पहले आज ही के दिन चेन्नई प्रांत में सत्तारूढ़ जस्टिस पार्टी के सर पीटी त्यागरयार ने चेन्नई में एक स्कूली भोजन कार्यक्रम शुरू किया था. बाद में इस योजना को ब्रिटिश शासकों ने रोक दिया था.

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