
देश की राजनीति में सेना का इस्तेमाल हमेशा से होता आया है। लेकिन उसका स्तर इतना कभी नहीं गिराया गया जितना 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद।
मोदी सरकार में सेना के हर काम के पीछे नरेंद्र मोदी को श्रेय देने से नहीं चूका गया। जब सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक किया तो गोदी मीडिया से लेकर खम्भों पर लगे पोस्टर तक में नरेंद्र मोदी को हीरो की तरह पेश किया गया। मानों वही गए थे, पाकिस्तान से दो-दो हाथ करने।
इस सरकार ने सेना का इस्तेमाल तो ख़ूब किया लेकिन जब बात सेना के लिए कुछ करने की आती है तो वो मुँह घुमा लेती है। ताज़ा ख़बर ये है कि, पैसे की कमी की वजह से सेना को दिए जा रहे टूर और ट्रेनिंग के तौर पर दिए जाने वाले भत्ते (TA/DA) पर रोक लगा दी गई है।
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सोमवार 4 जनवरी को सेना के अकाउंट डिवीज़न की वेबसाइट पर इस बारे में नोटिफ़िकेशन जारी किया गया।
बता दें कि पुणे में मौजूद PCDA (प्रिंसिपल कंट्रोलर ऑफ़ डिफ़ेंस अकाउंट) की वेबसाइट पर एक नोटिफ़िकेशन जारी कर बताया गया कि, पैसे की कमी के चलते सेना के अफ़सरों को दिए जाने वाले टीए/डीए पर रोक लगाई जा रही है। PCDA रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है ये मंत्रालय निर्मला सीतारमण के पास है।
क्या है TA/DA?
सेना के अफ़सर अक्सर टूर और ट्रेनिंग के लिए सफ़र करते हैं। इसके बदले में उन्हें टीए/डीए के रूप में ये भत्ते मिलते हैं।
ख़बर के बाद पत्रकार शर्मा ने ट्वीटर पर रक्षामंत्री सीतारमण को टैग करते हुए पूछा-
निर्मला सीतारमण, How is the Josh?
How the Josh @nsitharaman ? https://t.co/t6jkB07Xkm
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) February 5, 2019
How is the Josh वो जुमला है जो सर्जिकल स्ट्राइक पर बनी फ़िल्म URI के बाद ख़ासा लोकप्रिय हुआ। पीएम मोदी समेत बड़े बीजेपी नेता आजकल इसका इस्तेमाल अपनी सभाओं में करते हैं। कुछ दिन तक ये ट्वीटर पर ट्रेंड भी रहा।