हरियाणा विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी की हालत अच्छी नहीं है। यहां मनेहरलाल खट्टर सरकार के कई मंत्रियों को मतदाताओं ने नकार दिया है। ताज़ा रुझानों के मुताबिक, राज्य के आधा दर्जन मंत्री, रेस में पीछे चल रहे हैं।

हरियाणा सरकार में मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और हरियाणा विधानसभा के स्पीकर कंवरपाल सिंह की हार तो घोषित हो चुकी है। वहीं शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा महेंद्रगढ़ से 7,000 वोटों से पिछड़ रहे हैं। यहां कांग्रेस के राव दान सिंह बढ़त बनाए हुए हैं।

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राज्य के परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पवार की बात करें तो वह इसराना सीट से 20,000 से ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे हैं। यहां से कांग्रेस के बलबीर सिंह आगे चल रहे हैं। हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी नारनौंद विधानसभा क्षेत्र में 12,000 से ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे हैं। सोनीपत से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही राज्य की स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन कांग्रेस के प्रत्याशी सुरिंदर पवार से 15,000 वोटों से पीछे चल रही हैं।

इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का हालत भी पस्त है। वह टोहाना क्षेत्र से 30,000 से ज्यादा वोटों से हार रहे हैं।

रुझानों और नतीजों से यह मैसेज भी मिलता है कि बीजेपी को राष्ट्रवाद और हिंदुत्व हर जगह जीत नहीं दिला सकता। जनता राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के नाम पर मूलभूत मुद्दों को नहीं भुला सकती। सेंटर फार मॉनिटिरिंग ऑफ इंडियन इकोनॉमी द्वारा बेरोज़गारी की स्थिति को लेकर जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा की बेरोज़गारी दर देशभर के बड़े राज्यों में सबसे अधिक है।

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पूरे देश का बेरोज़गारी दर जहां 6.9 फीसदी है, वहीं हरियाणा का बेरोज़गारी दर 20.5 फीसदी है। जो कि देशभर में अन्य किसी भी बड़े राज्य से अधिक है। सूबे के नौजवान रोज़गार के लिए दूसरे राज्यों को रूख करने के लिए मजबूर हैं। ऐसे में सरकार के प्रति जनता को रोष लाज़मी है। जो इस चुनाव में कापी हद तक दिखा। बेरोज़गारी के आगे बीजेपी राष्ट्रवाद के मुद्दे को भी चुनाव में नहीं भुना सकी।

बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव  के लिए वोटों की गिनती जारी है। अभी तक के रुझानों में बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर चल रही है। बीजेपी 37 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं कांग्रेस 33 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जेजेपी 10 सीटों पर आगे चल रही है। रुझानों में अभी तक किसी पार्टी को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। यहां त्रिशंकु विधानसभा (Hung Assembly) बनती दिखाई दे रही है।

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