AIMIM चीफ़ एवं हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में बजट पेश किए जाने के बाद केंद्र की मोदी सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि एक करोड़ मुस्लिम छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के वादे को बजट में पूरा क्यों नहीं किया गया।

हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, ‘नकवी ने हर साल एक करोड़ मुस्लिम छात्रों को छात्रवृत्ति देने का वादा किया था। केंद्रीय बजट में छात्रवृत्ति क्यों नहीं दी गई?’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एक तरफ मुस्लिम छात्रों को छात्रवृत्ति देने की बात करती है और बजट में वो प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक के लिए खर्च किए जाने वाले पैसों में 80 करोड़ रुपए की कटौती कर देती है।

AIMIM चीफ़ ने कहा कि इस कटौती का असर अल्पसंख्यक छात्रों पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इसके कारण अब अल्पसंख्यक छात्रों को मिलने वाले 44 लाख रुपए भी नहीं मिलेंगे।

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इस दौरान उन्होंने देश में मुस्लिमों के ख़िलाफ़ बढ़ते हमलों को लेकर भी मोदी सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश को 5 ट्रिल्यन डॉलर की इकॉनमी बनाने का संकल्प लेते हैं, जबकि देश में 17 करोड़ मुस्लिमों के खिलाफ नफ़रत की भावना पैदा की जा रही है, ऐस में यह संकल्प कैसे संभव है।

ओवैसी ने कहा कि शीर्ष अदालत ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र से कानून बनाने के निर्देश दिए थे। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी मोदी सरकार ने इस दिशा में कुछ नहीं किया उन्होंने इस पर हैरानी जताई कि प्रधानमंत्री को कानून बनाने से क्या चीज रोक रही है, जबकि वह लगातार मुसलमानों का भरोसा जीतने की बात करते हैं।

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