पीएम मोदी ने शुक्रवार को समाचार चैनल आजतक को इन्टरव्यू दिया। पाकिस्तान, कश्मीर, आर्टिकल 370, गंगा सफाई, कांग्रेस, आतंकवाद के सवाल पर मोदी खूब बोले। लेकिन जैसे ही वरिष्ठ पत्रकार राहुल कंवल ने पीएम से रोजगार पर सवाल किया तो, वो झेप गए और कहा “ये कांग्रेस का सवाल है।”
राहुल ने सवाल किया कि, “सरकार कहती है रोजगार सृजन ऐतहासिक स्तर छू रहा है, लेकिन बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। क्या इसमें आप विरोधाभास देखते हैं?”
इस मोदी ने राहुल को जवाब देते हुए कहा, “आपका ये सवाल कांग्रेस का एजेंडा है और आप उसको आगे बढ़ा रहे हो। क्या सेवा कर रहे हो ये मुझे मालूम नहीं है। उन्होंने कहा रोड बन रहे हैं तो उसमें काम नहीं मिल रहा है क्या और मैंने सुना है आजतक के ऑफिस में बैठने की जगह नहीं है अपने इतने ज्यादा लोगों को नौकरी में भर्ती किया!”
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लेकिन, जो असल रोजगार का सवाल था उसे मोदी ने नहीं बताया। सरकारी नौकरियों में सरकार ने नै भर्ती क्यों नहीं की इसपर मोदी ने कुछ नहीं कहा। बेरोजगारी 45 साल के उच्चतम स्तर पर है। फिर भी मोदी इसको टाल गए।
राहुल ने मोदी से अगला सवाल किया कि, “जो भी सरकार रही है उसमें जॉब क्रिएशन एक बड़ा चैलेंज रहा है?” इसपर मोदी से बीच में टोकते हुए कहा कि, “आप चाय पीजिए। की आपने चाय पी होगी तो किसी ने आपको बीजेपी वाला नही कहा होगा।”
राहुल ने फिर सवाल किया, अगर आपको सरकार में आने का दुबारा मौका मिलता है तो आप रोजगार कैसे तैयार करेंगे? दुबारा सरकार बनाने का मौका मिलेगा के सवाल पर मोदी से कहा बहुत बढ़िया सवाल है। इसे सवाल कहते हैं। ये सवाल आपका है। यानि दुबारा से सरकार में आने की बात पर मोदी को ये बढ़िया सवाल लगा। क्योंकि उन्हें यहां ‘वादा’ करने का मौका मिल गया। मोदी यही चाहते हैं कि उसने काल्पिनिक सवाल किया जाए और वो काल्पनिक जवाब देते रहें।
क्या यही वजह है कि मोदी से रोजगार, नोटबंदी, जीएसटी को लेकर लाइव सावला न पूछ लिए जाएं इसीलिए वो प्रेस कांफ्रेंस करने से डरते हैं?