16 मई को मालेगांव बम धमाके की आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को देशभक्त बताया। प्रज्ञा के इस विवादित बयान की वजह से बीजेपी की जमकर आलोचना हो रही है। हालांकि प्रज्ञा ने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है। लेकिन फिर भी कई बीजेपी नेता और मंत्री प्रज्ञा के बयान का समर्थन कर रहे हैं।
शायद ये गाँधी का व्यक्तित्व ही है, जिसकी वजह से ये मामला अब भी सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने बीजेपी पर भारी नाराजगी जाहिर की है। सत्यार्थी ने ट्वीट करके कहा है कि, “गोडसे ने गाँधी के शरीर की हत्या की थी, लेकिन प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ अहिंसा, शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं।”
गोडसे ने गांधी के शरीर की हत्या की थी, परंतु प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ, अहिंसा,शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं।गांधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं।भाजपा नेतृत्व छोटे से फ़ायदे का मोह छोड़ कर उन्हें तत्काल पार्टी से निकाल कर राजधर्म निभाए।
— Kailash Satyarthi (@k_satyarthi) May 18, 2019
उन्होंने आगे लिखा है कि, “गाँधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं। भाजपा नेतृत्व छोटे से फायदे का मोह छोड़ कर तत्काल पार्टी से निकल कर राजधर्म निभाए।”
बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान जब प्रज्ञा ठाकुर से पत्रकारों ने सवाल किया कि कमल हसन ने नाथूराम गोडसे को हिंदू आंतकवादी बताया था, इस बारे में वह क्या कहना चाहती हैं।
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तो इसपर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, “नाथूराम गोडसे देशभक्त थे। देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। उन्हें हिंदू आतंकवादी बताने वाले अपने गिरेबान में झांककर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।“
ग़ौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा जबसे भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार बनीं हैं तबसे वह लगातार अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में हैं। इससे पहले उन्होंने मुंबई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके विवादित बयानों के कारण चुनाव आयोग कई बार उनके चुनाव प्रचार करने पर रोक भी लगा चुका है।