14 सितंबर से शुरू हो रहे मानसूत्र सत्र में प्रश्नकाल को स्थगित कर दिया गया है। इस बार सत्र में राज्यसभा व लोकसभा सदस्य सरकार से सवाल नहीं कर पाएंगे।

देश की जीडीपी माइनस 23.9 प्रतिशत पर पहुंच गई है। करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं।

छात्रों के रोजगार पर सवाल बना हुआ है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। मजदूर परेशान हैं लेकिन सरकार सवाल करने पर रोक लगा रही है।

अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात पर छात्रों और लोगों ने Dislike का गुस्सा निकाला तो Dislike और Comment को बंद कर दिया गया।

संसद के प्रश्नकाल को बंद करने पर पूरा विपक्ष मुखर हो गया है।

आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद भगवंत मान ने लिखा कि, “प्रधानमंत्री जी के official facebook page और youtube channel पर लोग comment नहीं कर सकते..14 septembr से शुरू होने वाले संसद के मॉनसून सत्र में सांसद सरकार से कोई प्रश्न नहीं पूछ सकते.. देश के नागरिक PM care फंड का हिसाब नहीं मांग सकते..देश का लोकतंत्र “आत्म निर्भर ” हो रहा है ?”

इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस टीएमसी के राज्यसभा सांसद डारेक ने प्रश्नकाल का बंद करने को लोकतंत्र की हत्या बताया है। डारेक ने कहा कि, 1950 से पहली बार ऐसा हो रहा होगा जब संसद में सवाल करने पर पाबंदी लगी हो।

आपको बता दें कि, भाजपा ने Dislike के डर से यूट्यूब पर कमेंट बंद कर दिया था लेकिन उसके लाइक के काउंट को भी बंद कर दिया।

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