आज जीडीपी के आंकड़े जारी किए हुए 3 हो चुके हैं। केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन ने 31 अगस्त को आंकड़े जारी किए थे।

देश की जीडीपी माइनस 23.9 प्रतिशत पर आ गई है। दुनियाभर में सबसे ज्यादा नुकसान भारत को हुआ है।

अब सवाल उठता है कि, जब जीडीपी माइनस में पहुंच गई है तो सरकार को अपनी जनता को बताना चाहिए।

इस भयंकर अंधेरे से कैसे निकला जाए। इसके लिए देशवासियों को क्या-क्या कदम उठाने चाहिए वहीं सरकार इसके लिए क्या क्या कदम उठा रही है। यह सरकार को बताना चाहिए।

लेकिन मोदी सरकार GDP आंकड़े आने के बाद से चुप है। ना प्रधानमंत्री ना वित्तमंत्री ना कोई मंत्री बोल रहा है। सब चुप्पी साधे हुए हैं

NDTV के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने अपने प्राइम टाइम में सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।

उन्होंने बोला कि, भारत की GDP माइनस 24 हो गयी है, 3 दिन हो गए लेकिन प्रधानमंत्री वित्तमंत्री की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है. क्या अगर GDP अगर 10 हो गयी होती प्लस में तो क्या फिर भी ऐसी ही चुप्पी रहती? क्या सरकार को आगे आ कर नहीं बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था का क्या हाल है ?

वैसे प्रधानमंत्री के बात-बात पर ट्वीट और मन की बात करना काफी सुर्खियां बटोरता है। मोदी सरकार के मंत्रियों के ट्विटर प्रोफाइल काफी एक्टिव रहते हैं।

लेकिन जीडीपी माइनस में आने के बाद सब चुप हैं।

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