अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर दूर लो अर्थ ऑर्बिट (एलइओ) सेटलाइट को मार गिराने के बाद भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में दुनिया की चौथी महाशक्ति बन गया है। इससे पहले सिर्फ रूस, अमेरिका और चीन के ये ताकत पास थी। इस उप्लब्धि की जानकारी पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में दी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की इस सफलता के लिए डीआरडीओ की सराहना की और राष्ट्र के नाम संबोधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह मोदी को ‘विश्व रंगमंच दिवस’ की बधाई देते हैं।
पहले देश DRDO की सफलता पर गर्व करता था लेकिन अब मोदी ने उसे मार्केटिंग में बदल दिया : साक्षी जोशी
बता दें कि विश्व रंगमंच दिवस (World Theatre Day) हर साल 27 मार्च को मनाया जाता है। इसकी स्थापना 1961 में इंटरनेशनल थियेटर इंस्टीट्यूट द्वारा की गई थी। इस दिन को मनाने का मक़सद दुनिया भर में रंगमंच को बढ़ावा देने और लोगों को रंगमंच के सभी रूपों के मूल्यों से अवगत कराना है।
गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘बहुत खूब डीआरडीओ, आपके कार्य पर हमें गर्व है।’ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को लेकर तंज़ कसते हुए कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री को विश्व रंगमंच दिवस की बधाई भी देना चाहता हूं।’
Well done DRDO, extremely proud of your work.
I would also like to wish the PM a very happy World Theatre Day.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 27, 2019
दरअसल, अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की जिस अप्लब्धि का ऐलान DRDO के चीफ को करना चाहिए था, वो ऐलान पीएम मोदी ने कर दिया। चूंकि पीएम मोदी द्वारा किया गया ये ऐलान लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किया गया है तो इसपर सवाल उठना भा लाज़मी है। विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि वह DRDO की सफलता का इस्तेमाल अपने चुनाव प्रचार में कर रहे हैं।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर लिखा, “भारतीय रक्षा वैज्ञानिकों द्वारा अंतरिक्ष में सैटेलाइट मार गिराये जाने का सफल परीक्षण करके देश का सर ऊंचा करने के लिए अनेकों बधाई। लेकिन इसकी आड़ में पीएम श्री मोदी द्वारा चुनावी लाभ के लिये राजनीति करना अति-निन्दनीय। मा. चुनाव आयोग को इसका सख्त संज्ञान अवश्य लेना चाहिए”।
DRDO के बजाए मोदी बता रहे हैं अंतरिक्ष की उपलब्धि, क्या इससे भी ‘वोट’ बनाना चाहती है BJP ?
इससे पहले पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि कुछ ही समय पूर्व हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष (स्पेस) में 300 किमी दूर एलईओ एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया। लो आर्बिट में यह सैटेलाइट, जो कि एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, उसे एंटी सैटेलाइट एसेट से मार गिराया गया।
उन्होंने कहा कि सिर्फ तीन मिनट में सफलतापूर्वक यह ऑपरेशन पूरा किया गया। मिशन शक्ति अत्यंत कठिन ऑपरेशन था, जिसमें उच्च कोटि की तकनीकी क्षमता की आवश्यकता थी। वैज्ञानिकों द्वारा सभी निर्धारित लक्ष्य और उद्देश्य प्राप्त कर लिए गए हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि भारत में विकसित एंटी सैटेलाइट के जरिए पूरा किया गया। सभी डीआरडीओ, अनुसंधानकर्ताओं को बधाई देता हूं।