मोदी सरकार की नीतियों और उग्र राष्ट्रवाद को लेकर आवाज उठाने वालों में राहुल गांधी, राहुल बजाज के बाद अब राहुल महाजन शामिल हो गए हैं। मोदी सरकार में मंदी 6 साल में सबस ज्यादा गिरकर 4.5 फीसदी पर आ गई है, बेरोजगारी अपने चरम पर है लेकिन इन सभी मुद्दों को ढंकने के लिए मोदी सरकार राष्ट्रवाद का सहारा ले रही है।
बीजेपी के दिग्गज नेता रहे दिवंगत प्रमोद महाजन के बेटे राहुल महाजन ने ट्वीट करके मोदी सरकार पर तीखा हमला किया है। राहुल ने लिखा है कि, “अर्थव्यवस्था, नौकरियां, महंगाई, जीडीपी सभी का जवाब ‘राष्ट्रवाद’ नहीं हो सकता। आलोचना और समीक्षा लोकतंत्र के लिए बहुत जरुरी है, आज राहुल बजाज की आवाज आप दबा लेंगे, कल बेरोजगार युवाओं के शोर को नहीं रोक पाएंगे। जनहित से जुड़े मुद्दों पर काम हो और आलोचनाओं का स्वागत करना सीखो सरकार।”
अर्थव्यवस्था, नौकरियाँ, महंगाई, GDP सभी का जवाब ‘राष्ट्रवाद’ नहीं हो सकता। आलोचना और समीक्षा लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है, आज राहुल बजाज की आवाज आप दबा लेंगे, कल बेरोजगार युवाओं के शोर को नहीं रोक पाएँगे। जनहित से जुड़े मुद्दों पर काम हो और आलोचनाओं का स्वागत करना सीखे सरकार।
— Rahul Mahajan (@TheRahulMahajan) December 2, 2019
बीजेपी के समर्थक राहुल महाजन ने लोकतंत्र के लिए आलोचना और समीक्षा को बहुत जरुरी बताया है। उनका सीधा इशारा उद्योगपति राहुल बजाज की तरफ था। जिन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के सामने एक अख़बार के कार्यक्रम में मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की थी।
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राहुल बजाज ने कहा कि, “जब UPA सरकार सत्ता में थी, तो हम किसी की भी आलोचना कर सकते थे। अब हम अगर आपकी खुले तौर पर आलोचना करें तो इतना विश्वास नहीं है कि आप इसे पसंद करेंगे।”
राहुल बजाज ने आगे बोला, देश में इस समय खौफ का माहौल है और लोग सरकार की आलोचना करने से डरते हैं। लोगों को ये भरोसा नहीं है कि उनकी आलोचना को सरकार में बर्दास्त किया जाएगा। जो बात राहुल महाजन ने पने ट्वीट में कही है कि आलोचना लोकतंत्र के लिए बहुत जरुरी है, वहीं बात राहुल बजाज ने भी अमित शाह के सामने कही थी।