राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में 131 नाम हैं जिनमें से 23 सीटों पर मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए है।
जिसे लेकर बीजेपी के अपनी नेताओं ने अपनी पार्टी के खिलाफ बगावत का झंडा उठा लिया है। इसी सिलसिले में वसुंधरा राजे सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र गोयल ने बीजेपी को बर्बाद करने की कसम खा ली है।
पांच साल तक वसुंधरा सरकार में भारी-भरकम मंत्रालय संभालने वाले सुरेंद्र गोयल ने अपनी पार्टी का झंडा जलाया और बीजेपी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। गुस्साए मंत्री ने कहा कि ‘बीजेपी के जिस वटवृक्ष को खड़ा किया है उसे उखाड़ कर फेंक दूंगा। पाली जिले के जैतारण विधानसभा के जिस सीट पर मैंने कमल खिलाया है, उस कमल को तोड़ फेकूंगा।
जैतारण सीट से लगातार चार बार जीत दर्ज कर चुके सुरेंद्र गोयल के समर्थक भी उनका टिकट कटने से नाराज़ है। टिकट कटने के पीछे की वजह जैकारा में हुए दंगे हैं, जिसे शांत कराने में बीजेपी के मंत्री सुरेंद्र नाकाम रहे।
बीजेपी विधायक ने कहा कि मैंने आजतक किसी की चापलूसी नहीं की। बीजेपी आलाकमान को लगता है मैं संघ विरोधी हूँ, इसलिए मौका मिलते ही मेरे विरोध में उम्मीदवार खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को जैसे राजस्थान में खड़ा किया था वैसे ही उसे ख़त्म करूँगा और पार्टी के नेताओं की अक्ल ठिकाने ले आऊंगा।
यहां से मौजूदा विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इसी तरह किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी, डूंगरपुर से देवेंद्र कटारा, सागवाड़ा से अनीता कटारा और सादड़ी से गौतम दक भी पार्टी के खिलाफ हो चुके हैं।