समाजवादी पार्टी (एसपी) और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के बाद अब कांग्रेस ने टीवी डिबेट में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है। ये फैसला चैनलों के पक्षपातपूर्ण रवैये को देखते हुए लिया गया है।
कांग्रेस ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए कि वह अपने प्रवक्ताओं को एक महीने तक टीवी चैनलों पर होने वाले बहस के कार्यक्रमों में नहीं भेजेगी। पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया चैनलों और संपादकों से कांग्रेस के प्रतिनिधियों को उनके शो में शामिल नहीं करने की अपील की है।
उन्होंने ट्वीट किया, “कांग्रेस ने अपने प्रवक्ताओं को एक महीने के लिए टीवी चैनलों पर होने वाले बहस के कार्यक्रमों में नहीं भेजने का फैसला किया है। सभी मीडिया चैनलों और संपादकों से निवेदन है कि वे अपने कार्यक्रमों में कांग्रेस प्रवक्ताओं को ना बुलाएं।”
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पार्टी द्वारा तमाम मीडिया चैनलों के बहिष्कार पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि कुछ चैनलों की वजह से सभी चैनलों का बहिष्कार सही फैसला नहीं है।
राजदीप ने ट्विटर के ज़रिए कहा, “तो कांग्रेस ने एक महीने के लिए न्यूज़ चैनलों पर पार्टी के प्रवक्ताओं को नहीं भेजने का फैसला किया है। कुछ चैनलों द्वारा ‘समाचार’ की आड़ में किए जा रहे मीडिया लिंचिंग का विरोध तो समझ सकते हैं, लेकिन सभी चैनलों का बहिष्कार कोई हल नहीं”।
So Congress has decided not to send Party spokespersons to news channels for a month. Can understand the aversion to media ‘lynching’ being carried out in the guise of ‘news’ on some channels but a total boycott is no solution either.
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) May 30, 2019