हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों का एनकाउंटर किए जाने के बाद लोगों की मिली-जुली राय सामने आ रही है। जहां कुछ लोग इसपर सवाल खड़े कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसी तर्ज़ पर और रेप आरोपियों को सज़ा देने की मांग कर रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सवाल उठाया है कि क्या हैदराबाद की तर्ज़ पर बीजेपी के रेप आरोपी नेताओं का भी एनकाउंटर किया जाएगा। आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया, “भाजपा के 20 से अधिक बड़े बड़े नेताओं के विरुद्ध बलात्कार के मामले दर्ज हैं! क्या कोई पुलिस उनका एनकाउंटर करेगी?”
आरजेडी ने आगे लिखा, “क्या उन्नाव बलात्कार हत्याकांड के अभियुक्तों हरिशंकर त्रिवेदी, राम किशोर त्रिवेदी, उमेश वाजपेयी, शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी के फर्जी एनकाउंटर पर भी इतनी वाहवाही होगी?”
भाजपा के 20 से अधिक बड़े बड़े नेताओं के विरुद्ध बलात्कार के मामले दर्ज हैं!
क्या कोई पुलिस उनका एनकाउंटर करेगी?
या उन्नाव बलात्कार हत्याकांड के अभियुक्तों हरिशंकर त्रिवेदी, राम किशोर त्रिवेदी, उमेश वाजपेयी, शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी के फर्जी एनकाउंटर पर इतनी वाहवाही होगी?
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 6, 2019
वहीं सोशल मीडिया एक्टिविस्ट अंकित लाल ने भी तंज़िया अंदाज़ में कुछ इसी तरह की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “आसाराम, कुलदीप सेंगर, चिन्मयानंद आदि को क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए कब ले जाया जाएगा?”
When will Asaram, Kuldeep Sengar, Chinmayanand etc be taken for crime scene reconstruction?
— Failed Justice System (@AnkitLal) December 6, 2019
अंकित लाल और आरजेडी भले ही तंज़ के तौर पर रेप के आरोपियों को गोली मारे जाने की वकालत कर रहे हों, लेकिन वह इस एनकाउंटर को संवैधानिक दृष्टि से जायज़ नहीं ठहरा सकते। देश के कई पत्रकारों, समाजसेवियों और पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने इस एनकाउंटर को सीधे तौर पर संविधान विरोधी बताया है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस एनकाउंटर पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि न्यायिक व्यवस्था से परे इस तरह के एनकाउंटर स्वीकार नहीं किए जा सकते।
हैदराबाद के आरोपियों की तरह कुलदीप सेंगर और चिन्मयानंद को कब घटनास्थल ले जाया जाएगाः अंकित लाल
उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “हमें और जानने की जरूरत है। यदि क्रिमिनल्स के पास हथियार थे तो पुलिस ने अपनी कार्रवाई को सही ठहरा सकती है। जब तक पूरी सच्चाई सामने न आए तब तक हमें निंदा नहीं करनी चाहिए। लेकिन कानून से चलने वाले समाज में इस तरह का गैर-न्यायिक हत्याओं को सही नहीं ठहराया जा सकता”।
कैसे किया गया एनकाउंटर?
पुलिस के मुताबिक, अदालत में चार्जशीट दाखिल करने के बाद आज सुबह पुलिस इन चारों आरोपियों को सीन को रिक्रिएट करने के लिए घटनास्थल पर ले गई थी। लेकिन जब पुलिस आरोपियों के साथ घटनास्थल पर पहुंची तो उनमें से एक आरोपी पुलिसकर्मी का हथियार छीन कर भागने लगा। जिसके बाद चारों आरोपी अलग-अलग दिशा में भागने लगे। आरोपियों को भागता देख पुलिस ने उनपर फायरिंग कर दी। जिसमें चारों आरोपी मारे गए।