बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर से महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ बताया है। इस बार उन्होंने लोकसभा में चर्चा के दौरान गोडसे को देशभक्त करार दिया।
इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने नाराज़गी जताई थी। पीएम मोदी ने कहा था, “मैं कभी भी इस बयान के लिए प्रज्ञा ठाकुर को दिल से माफ नहीं कर पाऊंगा”।
आतंक की आरोपी को संसद भेजेंगे तो वह आतंकवादी को ही ‘देशभक्त’ बताएगीः रोहिणी सिंह
दरअसल, द्रमुक नेता ए राजा ने सदन में गोडसे का एक बयान पढ़ा, जिसमें उन्होंने बताया था कि गोडसे ने महात्मा गांधी को क्यों मारा था। इस पर प्रज्ञा ठाकुर ने उन्हें टोकटे हुए कहा कि आप एक ‘देशभक्त’ का उदाहरण नहीं दे सकते।
प्रज्ञा ठाकुर के इस आपत्तिजनक बयान को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरु हो गया है। पत्रकार रोहिणी सिंह ने ट्वीट कर लिखा,
अबभी प्रज्ञा को BJP से नहीं निकाला जाता तो कोई हक नहीं है PM मोदी को ‘गांधी’ का नाम लेने का : अजीत
लोकतंत्र के “भव्य मंदिर” के अंदर गोडसे को देशभक्त कहा जाता है। आगे क्या -“गोडसे भाई की जय” होगा देशभक्त कहलाने का पैमाना? इसे मजाक नहीं समझें। कल जाकर टीवी डिबेट भी हो सकते हैं-“गोडसे हमारे,देश हमारा, फिर गांधी क्यों पधारे”
लोकतंत्र के "भव्य मंदिर" के अंदर गोडसे को देशभक्त कहा जाता है। आगे क्या -"गोडसे भाई की जय" होगा देशभक्त कहलाने का पैमाना? इसे मजाक नहीं समझें। कल जाकर टीवी डिबेट भी हो सकते हैं-"गोडसे हमारे,देश हमारा, फिर गांधी क्यों पधारे"
— Rohini Singh (@rohini_sgh) November 27, 2019
रोहिणी ने अपने ट्वीट में लिखा- “जब आप एक आतंकवाद की आरोपी को संसद में भेजेंगे, तो वह सोचेगी कि दूसरे आतंकवादी देशभक्त हैं। भारत का लोकतंत्र और कितने बुरे दिन देखेगा?”
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि नाथूराम गोडसे एक देशभक्त थे, हैं और हमेशा रहेंगे। उन्हें आतंकवादी कहने वाले लोगों को अपने गिरेहबान में झांकना चाहिए। उनके इस बयान पर काफी विवाद हुआ था। जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी।