संजलि के परिवार वालों ने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि, पुलिस ने रिश्तेदार युवकों को टॉर्चर करके उनसे जुर्म क़ुबूल करवाया है। पुलिस इस मामले में किसी को बचाना चाहती है।

कल यानी 25 दिसम्बर को पुलिस ने दावा किया था कि एकतरफ़ा प्यार के चलते संजलि के चचेरे भाई योगेश ने ही अपने दो रिश्तेदारों के साथ मिलकर संजलि को ज़िंदा जलाया था।

लेकिन अब परिवार वाले साफ़ कह रहे हैं कि बिटिया की हत्या में पुलिस की जो जाँच है उन्हें उस पर यक़ीन नहीं है। वो अब कोर्ट का रुख़ करेंगे।

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दरअसल एसएसपी अमित पाठक ने संजलि के पिता हरेंद्र को सोमवार को ही बुलाकर पकड़े गए दूसरे आरोपितों (रिश्तेदार) से हत्या की कहानी सुनाई थी।

संजलि के पिता ने इस पर विश्वास करने से साफ़ इंकार कर दिया है। वो इसे पुलिस के दबाव में दिया गया बयान बता रहे हैं।

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वो पुलिस के दिखाए दूसरे सबूतों को भी झुठला रहे हैं। साथ ही पुलिस के दिखाए सीसीटीवी फ़ुटेज पर भी सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जब सीसीटीवी फ़ुटेज में ये स्पष्ट नहीं है कि वो योगेश है कि नहीं तो पुलिस ने कैसे कह दिया कि वो योगेश है?

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