उत्तर प्रदेश के आगरा में संजली हत्याकांड के विरोध में आरा के अम्बेडकर हॉस्टल दलित छात्रों पर अज्ञात लोगों ने गोलीबारी कर दी जिसमें एक छात्र को पेट में गोली लगी गई।

ये घटना 24 दिसंबर की है जब छात्र इंसाफ की मांग कर रहें थे। मगर कुछ लोगों को शायद ये पसंद नहीं आया और उन लोगों ने छात्रों पर गोली दाग दी।

इस घटना पर राष्ट्रीय जनता दल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब 2005 में नीतीश-भाजपा की सरकार बनी थी तो रणवीर सेना के कैडर व समर्थकों ने नारे लगाए थे कि हमारी सरकार बन गई.

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नीतीश कुमार व भाजपा ने सामाजिक न्याय की रोटी को 2005 से ही तवे से हटा दिया था! तब से आज तक, एक छोटे अंतराल को छोड़, लगातार ये मनुवादी दलित पिछड़ों की आवाज़ छीन रहे हैं।

गौरतलब हो कि 18 दिसंबर को स्कूल से घर लौट रही 10वीं की छात्रा संजलि को उसके चचेरे भाई ने ही ज़िंदा जलाया था ऐसा पुलिस का कहना था। पुलिस का दावा था कि एक तरफ़ा प्यार में संजलि के चचेरे भाई योगेश ने दो रिश्तेदारों विजय और आकाश के साथ मिलकर संजलि को ज़िदा जलाया था।

जबकि संजली का परिवार इस पर्दाफाश से संतुष्ट नहीं हैं। मंगलवार को उनकी समाज के नेताओं के साथ बिजलीघर स्थित अंबेडकर पार्क में बैठक हुई। इसमें सीबीआइ जांच की मांग रखी गई।

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पुलिस भले ही संजली की हत्या का पर्दाफाश करने का दावा कर रही हो, लेकिन परिजन इसे मानने को तैयार नहीं हैं।

उनका कहना है कि पुलिस किसी दबंग को बचा रही है। पकड़े गए रिश्तेदार युवकों को टॉर्चर कर पुलिस ने घटना कबूल कराई है। वे इसके लिए कोर्ट की शरण लेंगे।

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