
18 दिसंबर को स्कूल से घर लौट रही 10वीं की छात्रा संजलि को उसके चचेरे भाई ने ही ज़िंदा जलाया था। पुलिस का दावा है कि एक तरफ़ा प्यार में संजलि के चचेरे भाई योगेश ने दो रिश्तेदारों विजय और आकाश के साथ मिलकर संजलि को ज़िदा जलाया था।
योगेश संजलि से एक तरफ़ा प्यार करता था। उसके घर से संजलि के लिए लिखे गए लव लेटर भी बरामद हुए हैं, ऐसा पुलिस का दावा है।
इससे पहले बोलता हिंदुस्तान के साथ बातचीत में संजलि के परिवार वाले कह चुके हैं कि पुलिस जानबूझकर गाँव वालों को आरोपी बना रही है ताकी मामला रफ़ा-दफ़ा किया जा सके।
पुलिस के मुताबिक़ 19 दिसम्बर को दिल्ली में इलाज के दौरान संजलि मौत हो गई। फिर 20 दिसम्बर को योगेश ने आत्महत्या कर ली।
इससे पूरा घटनाक्रम उलझ गया। लेकिन मौत से पहले संजलि के दिए बयान और योगेश के घर से मिले कुछ सबूतों से पूरा मामला परिवार के इर्द-गिर्द घूमने लगा।
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एसएसपी की मानें तो वारदात के वक़्त योगेश और आकाश एक बाइक पर सवार थे जबकि, विजय दूसरी बाइक पर था। संजलि पहचान न सके इसलिए तीनों ने हेलमेट पहन रखा था।
पुलिस की मानें तो गिरफ़्तार दोनों आरोपियों का कहना है कि, योगेश संजलि के मारना नहीं चाहता था। बस उसका चेहरा तेज़ाब से जला देना चाहता था।
तेज़ाब न मिलने की वजह से उसने बाइक से पेट्रोल निकालकर स्कूल से लौट रही संजलि पर सरेराह पेट्रोल उड़ेला और लाइटर से आग लगा दिया। योगेश को इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि आग इतनी भड़क जाएगी और संजलि की मौत हो जाएगी।
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एसपी अमित पाठक ने बताया कि पकड़े जाने के डर से योगेश ने 20 दिसम्बर को ज़हर खाकर अपनी जान दे दी थी।
जबकि योगेश की ख़ुदकुशी परिवार वालों का कहना था कि, वो दिल्ली में संजना को देखने गया था। उससे उसकी हालत देखी न गई और वापस आकर उसने अपनी जान दे दी।