प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने खुद को 35 साल पुराना इंटरनेट और डिजिटल कैमरा यूज़र बता दिया है। सोशल मीडिया पर उनके इस बयान को तथ्यों के आधार पर ग़लत बताया जा रहा है और इस ग़लतबयानी के लिए उनका जमकर मज़ाक बनाया जा रहा है।
अब मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र में उत्तर पश्चिमी सीट से उम्मीदवार संजय निरुपम ने पीएम मोदी के इस बयान पर ज़ोरदार कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में उन बातों कोनहीं बताया कि जब वह पैदा हुए थे तब उनके घर में कलर टीवी चल रहा था।
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संजय निरूपम ने ट्विटर के ज़रिए कहा, “मोदीजी ने टीवी इंटरव्यू में जो बातें छुपाई, वो ये हैं- जब पैदा हुए थे तो उनके घर में कलर टीवी चल रहा था (50 का दशक)। बडनगर के मिडिल स्कूल में कंप्यूटर पर पूरी पढ़ाई की थी (60 का दशक)। जब प्रचारक थे तो संघ का वाट्स अप ग्रुप चलाते थे। (70और 80 का दशक)। फेंकने में पैसा नहीं लगता साहब”!
मोदीजी ने टीवी इंटरव्यू में जो बातें छुपाई,वो ये हैं-
जब पैदा हुए थे तो उनके घर में कलर टीवी चल रहा था (50 का दशक)
बडनगर के मिडिल स्कूल में कंप्यूटर पर पूरी पढ़ाई की थी (60 का दशक)
जब प्रचारक थे तो संघ का वाट्स अप ग्रुप चलाते थे।(70और 80 का दशक)
फेंकने में पैसा नहीं लगता साहब !— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) May 13, 2019
बता दें कि एक शनिवार को न्यूज़ नेशन को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “शायद, मैंने पहली बार डिजिटल कैमरा का उपयोग किया, 1987-1988 में और उस समय काफी कम लोगों के पास ईमेल रहता था। मेरे यहां विरमगाम तहसील में आडवाणी जी की रैली थी, मैंने डिजिटल कैमरा पर उनकी फोटो खींच कर दिल्ली को ट्रांसमिट की”।
पीएम मोदी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर यहा दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने भारत में इंटरनेट और डिजिटल कैमरा आने से पहले ही इस्तेमाल कर डाला।
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इकॉनोमिस्ट रूपा सुब्रमण्या ने लिखा कि 1988 में पश्चिमी देशों में भी कुछ ही वैज्ञानिकों के पास ही ईमेल था, लेकिन पीएम मोदी ने 1988 में ही हिंदुस्तान में ईमेल का इस्तेमाल कर लिया था। जबकि बाकी देश के लिए 1995 में इसका इस्तेमाल लागू हुआ।
शाहिद अख्तर ने लिखा है कि पहला डिजिटल कैमरा 1990 में बिक्री के लिए सामने आया था। ये लोजिटेक फोटोमैन का ग्रे वर्ज़न था। लेकिन पीएम मोदी के पास ये 1988 में ही था। इसके अलावा तब उन्होंने इंटरनेट का भी इस्तेमाल कर लिया था, जबकि भारत में 14 अगस्त, 1995 में इंटरनेट आया था।