कोबरापोस्ट द्वारा किए गए सनसनीखेज खुलासे में मीडिया ने जिस तरह की ख़ामोशी साध रखी है। उससे एक बात तो साफ़ हो गई है की प्राइवेट कंपनी और बीजेपी के बीच आपसी डील हुई है।
दीवान हाउसिंग फाइनेंस कोऑपरेशन लिमिटेड (DHFL) पर 31 हजार करोड़ से ज्यादा की हेराफेरी का आरोप है।
DHFL ने हेराफेरी अपनी उन तीन शेल कंपनियों के ज़रिए की है जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को तकरीबन 20 करोड़ रुपए का चंदा दिया है। दावा किया जा रहा है कि इन शेल कंपनियों ने 2014 से 2017 के बीच अवैध रूप से भाजपा को लगभग 20 करोड़ रुपये का चंदा दिया।
कोबारापोस्ट का बड़ा ख़ुलासा: BJP को चंदा देने वाली कंपनी DHFL ने किया 31,000 करोड़ का घोटाला
अब इस खुलासे पर मीडिया की ख़ामोशी पर आप सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर बोलता हिंदुस्तान की ख़बर शेयर करते हुए लिखा-
वैधानिक चेतावनी: ये 31 हज़ार करोड़ के घोटाले का मामला है किसी TV पर दिखाना सख़्त मना है, TV वालों गाय, तीन तलाक़, मंदिर में जनता को उलझाये रखना वरना जज लोया याद है न।
वैधानिक चेतावनी: ये 31 हज़ार करोड़ के घोटाले का मामला है किसी TV पर दिखाना सख़्त मना है, TV वालों गाय, तीन तलाक़, मंदिर में जनता को उलझाये रखना वरना जज लोया याद है न https://t.co/llM1h6gN2p
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) January 29, 2019
बता दें कि इस बात का ख़ुलासा खोजी पत्रकारिता करने वाली न्यूज़ वेबसाइट कोबरापोस्ट ने 29 जनवरी को बकायदा दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए किया।
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कोबरापोस्ट के मुताबिक, DHFL ने कई शेल कंपनियों को करोड़ों रुपये का लोन दिया और फिर वही रुपया वापस उन्हीं कंपनियों के पास आ गया जिनके मालिक डीएचएफएल के प्रमोटर हैं।
DHFL से जुड़ी जिन तीन शेल कंपनियों पर हेराफेरी करने के आरोप लगे हैं उनके नाम आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स, स्किल रियल्टर्स और दर्शन डेवलपर्स हैं।