फ्यूल बर्न रेडियेशन टेक्नोलॉजी का अविष्कार करने वाले साइंटिस्ट मुर्तजा अली ने पुलवामा हमले में शहीदों के परिवार को 110 करोड़ रुपये की मदद देने की पेशकश की है। वह ये पैसे अपनी आमदनी से देंगे।
मुर्तजा अली की इस दरियादिली की आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सराहना करते हुए मीडिया और देश के बड़े अमीरों अंबानी और अडानी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “देश में अडानी अंबानी जैसे सूरमा हैं लेकिन किसी ने भी हमारे शहीदों के लिये इतनी बड़ी दरियादिली नहीं दिखाई”।
उन्होंने आगे कहा, “मुर्तज़ा अली का दिल बहुत बड़ा है उन्होंने 110 करोड़ की मदद का एलान किया लेकिन NDTV को छोड़कर तंग दिल TV वालों ने इस ख़बर को नहीं दिखाया”।
देश में अडानी अम्बानी जैसे सूरमा हैं लेकिन किसी ने भी हमारे शहीदों के लिये इतनी बड़ी दरियादिली नही दिखाई मुर्तज़ा अली का दिल बहुत बड़ा है उन्होंने 110 करोड़ की मदद का एलान किया लेकिन NDTV को छोड़कर तंग दिल TV वालों ने इस ख़बर को नही दिखाया https://t.co/4W8p0bkAJz
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) March 5, 2019
मुर्तजा अली ने शहीदों के परिवार की मदद के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में बाकायदा ईमेल करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने उन्हें दो-तीन दिन में प्रधानमंत्री के साथ बैठक करने का जवाब भेजा है।
जन्म से ही नेत्रहीन मुर्तज़ा अली फिलहाल मुंबई में बतौर साइंटिस्ट काम करते हैं। उन्होंने कोटा के कॉमर्स कॉलेज से स्नातक (ग्रेजुएशन) किया है। उनका ऑटोमोबाइल का पुश्तैनी बिजनेस है। मुर्तज़ा फ्यूल बर्न रेडिएशन टेक्नोलॉजी के जरिए जीपीएस, कैमरा या अन्य किसी उपकरण के बगैर ही किसी भी वाहन को ट्रेस किए जाने का आविष्कार कर चुके हैं।
इसी आविष्कार के आधार पर उनका एक कंपनी के साथ करार है, जिससे उन्हें रकम मिली है। अब मुर्तजा उस रकम को देश के शहीदों को समर्पित करना चाहते हैं। मुर्तज़ा की इस दरियादिली की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ़ हो रही है।
लेकिन देश का मेनस्ट्रीम मीडिया उनकी इस दरियादिली को वह कवरेज नहीं दे रहा, जिसके वह हक़दार हैं। क्या मेनस्ट्रीम मीडिया मुर्तज़ा के नाम की वजह से उनकी इस दरियादिली को छुपाने की कोशिश कर रहा है?