केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के न्यायाधीश बृजगोपाल हरकिशन लोया की मौत की जांच की उठ रही मांग के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि अगर इस केस की दोबारा जांच की ज़रूरत है तो इसे फिर से खोला जाएगा।
शरद पवार ने ये बात सोमवार को एबीपी न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में कही। उन्होंने कहा कि उन्हें इस केस के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन अगर जांच की मांग उठ रही है, तो किसी को इसके बारे में सोचना चाहिए- वे किस आधार पर यह मांग कर रहे हैं, इसमें क्या सच्चाई है, इसकी जांच होनी चाहिए”।
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उन्होंने कहा, “यदि इसमें कुछ है, तो शायद फिर से जांच की जानी चाहिए। यदि नहीं, तो किसी पर भी बेबुनियाद आरोप लगाना सही नहीं है”। महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी की भूमिका निभा रहे शरद पवार के इस बयान से साफ हो गया है कि जज लोया की मौत की जांच दोबारा की जा सकती है। ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
ग़ौरतलब है कि इससे पहले इसी साल अप्रैल महीने में जज लोया की मौत के मामले में एसआईटी से जांच कराने की मांग वाली अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए सभी अर्जियों को खारिज कर दिया था।
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बता दें कि जस्टिस लोया सीबीआई स्पेशल कोर्ट के जज थे। वह सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस की सुनवाई कर रहे थे। इस केस में अमित शाह मुख्य आरोपी थे। जिन्हें बाद में बरी कर दिया गया था।
जस्टिस लोया की मौत एक दिसंबर 2014 को महाराष्ट्र के नागपुर में उस समय हुई थी जब वो अपने सहयोगी की बेटी की शादी में शामिल होने जा रहे थे। उनकी मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले की क्लोज़र रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह हार्टअटैक को बताया था।