मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को तीन पन्नों की चिट्ठी सौंपी, जिसमें उन्होंने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए।
कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी कानूनी और अनैतिक तरीके से मध्य प्रदेश सरकार को गिराने की साज़िश रच रही है। उन्होंने चिट्ठी के ज़रिए राज्यपाल को बताया कि बीजेपी विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। इसके लिए उसने कांग्रेस के 19 विधायकों को बंदी बनाया हुआ है।
कमलनाथ ने राज्यपाल से विधायकों को रिहा कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा, “महामहिम, हमारा आग्रह है कि राज्य के संवैधानिक मुखिया होने के नाते आप अपने अधिकार और केंद्रीय गृह मंत्री की मदद से बेंगलुरू में बंधक बनाए गए सभी विधायकों को छुड़वाएं”।
उन्होंने राज्यपाल से कहा कि वो फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन उससे पहले बंधक बनाए गए विधायकों को छुड़ाना होगा। विधानसभा के सत्र में सभी विधायकों की मौजूदगी ज़रूरी है।
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी बीजेपी पर ज़ोरदार हमला बोला है। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए चुटकी लेते हुए कहा, “भगवा होने के लिए अगवा होना जरूरी है क्या”।
भगवा होने के लिए अगवा होना जरूरी है क्या? #MPPoliticalCrisis https://t.co/q6pvaZ7Kd0
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 13, 2020
बता दें कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के आरोपों के मुताबिक़, बीजेपी मार्च के महीने में ही राज्य की चुनी हुई सरकार को गिराने की दो बार कोशिश कर चुकी है। पहले 3-4 को विधायकों को बेंगलुरु भेजने की कोशिश की गई थी, जिसे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नाकाम कर दिया था।
इसके बाद 8 मार्च को बीजेपी ने फिर से सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की और चार्टर्ड प्लेन से 19 विधायकों को बेंगलुरु के एक रिजॉर्ट भेज दिया। जहां इन विधायकों को बंधक बना कर रखा गया है। किसी को भी इनसे मिलने नहीं दिया जा रहा।