बिहार के शेखपुरा जिले की डीएम इनायत खान ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ जवान संजय कुमार सिन्हा और रतन कुमार ठाकुर की एक-एक बेटी को गोद लेने का ऐलान किया। इनायत खान के इस कदम की पटना से बीजेपी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने तारीफ़ की है।
सिन्हा ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, “बिहार के शेखपुरा की डीएम इनायत खान ने इंसानियत की बेहतरीन नज़ीर पेश की है। बिहार के दो वीर, जिन्हें हमने पुलवामा आतंकी हमले में खो दिया, उनकी एक-एक बच्ची को गोद लेने के निस्वार्थ कार्य पर गर्व है।
शेखपुरा की DM इनायत ख़ान ने जीता लोगों का दिल, उठाएंगी शहीदों की एक-एक बेटी का ख़र्च
उन्होंने रतन कुमार ठाकुर और संजय कुमार सिन्हा की बेटियों की पढ़ाई और ज़िंदगी भर के दूसरे खर्चों को उठाने की ज़िम्मेदारी ली है। भगवान भला करे! उन्होंने सच में इस मुश्किल की घड़ी में एक असाधारण और अद्भुत मिसाल कायम की है। बहुत बढ़िया! हम सभी को आप पर गर्व है”।
A great gesture of sheer humanity shown by the DM, Sheikhpura, Bihar, #InayatKhan. Kudos on her selfless act to adopt two daughters, one each of the two brave hearts from Bihar whom we lost to the #PulwanaTerrorAttack. She has taken the responsibility to bear their education &
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 20, 2019
all other expenses for the entire life for the daughters of #RatanKumarThakur & #SanjayKumarSinha.
God bless! She truly has set an extraordinary & amazing example in these trying times. Well done! You have made us all so proud of you…especially since you have taken up such a— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 20, 2019
इनायत खान ने दोनों शहीदों की एक-एक बेटी की पढ़ाई और पूरी परवरिश के लिए आजीवन खर्च उठाने का ऐलान करने के साथ ही अपना दो दिन का वेतन देने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि पुलवामा की घटना से पूरा देश मर्माहत है। ऐसी घड़ी में सब को एक होकर सहयोग करने की ज़रूरत है।डीएम ने कहा कि एक बैंक अकाउंट खोला गया है जिसमें हर लोग सहयोग करें यही शहीदों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उधर PM मोदी सऊदी के प्रिंस से गले मिलकर ठहाके लगा रहे हैं, इधर राहुल गांधी शहीदों के परिवार से मिल रहे हैं
बता दें कि गुरुवार को कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे, जिसमें बिहार के भी दो जवान, संजय कुमार सिन्हा और रतन ठाकुर भी शामिल हैं।