वैसे तो शहरों, चौराहों, इमारतों… आदि के नाम कांग्रेस ने भी अपने शासनकाल में खूब बदले। लेकिन मोदीराज में बात शहरों, चौराहों, इमारतों से आगे निकल गई है। अब यथार्थ का नाम बदलने की कोशिश हो रही है। ‘सच’ का नाम बदलकर ‘झूठ’ रखने का प्रयास किया जा रहा है।

ये काम तेजी और व्यापक स्तर हो रहा है। कभी सड़क की फर्जी फोटो, कभी बॉर्डर की फर्जी फोटो, कभी फर्जी आंकड़े। ताजा मामला है फर्जी रफ्तार का।

दरअसल रेलमंत्री पीयूष गोयल ने 9 फरवरी को अपने ट्वीट में वंदे भारत एक्सप्रेस का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें ट्रेन एकदम तेज़ गति से गुजरती दिख रही है।

मोदी के मंत्री ने वाहवाही लूटने के लिए फर्जी वीडियो किया शेयर, पत्रकार बोलीं- दुखद है कि एक पढ़ा-लिखा मंत्री ‘झूठ’ बोलता है

इस वीडियो को शेयर करते हुए पीयूष गोयल ने लिखा, “यह एक चिड़िया है, यह एक प्लेन है। मेक इन इंडिया पहल के तहत बनी देश की सेमी हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को बिजली की गति से गुजरते देखिए”।

लेकिन जब इस वीडियो की जांच की गई तो पाया गया कि वंदे भारत एक्सप्रेस के इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। गोयल ने जिस वीडियो को शेयर किया है, उसकी स्पीड एडिटिंग के ज़रिए तेज़ की गई है। इंटरनेट पर इसका असली वीडियो भी मिला है, जिसे ‘द रेल मेल’ नाम के चैनल ने यूट्यूब पर अपलोड किया था।

चैनल ने वीडियो को 20 दिसंबर, 2018 को शेयर किया था। उस वीडियो में ट्रेन की स्पीड उतनी नहीं है जितनी रेल मंत्री द्वारा शेयर की गई वीडियो में दिखाई गई है। वाहवाही लूटने के लिए शेयर किए गए एडिटेड वीडियो को लेकर पीयूष गोयल और केंद्र की मोदी सरकार का सोशल मीडिया पर जमकर मज़ाक बनाया जा रहा है।

पीयूष गोयल द्वारा फर्जी तरीके से ट्रेन की स्पीड बढ़ाने पर वामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने प्रतिक्रिया दी है। येचुरी ने असली और एडिटेड दोनो वीडियो क्लिप को ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा है ‘फर्जी सरकार। फर्जी पीएम। फर्जी डेटा। फर्जी मंत्री। फर्जी न्यूज। उनका असली नारा है ‘फेक इन इंडिया’।’

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