दिल्ली हाईकोर्ट ने 1984 में घटित सिख विरोधी दंगा मामले में आज यानि 17 दिसंबर 2018 फैसला आखिरकार सुना ही दिया। कोर्ट ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी करार किया है। दंगे भड़काने और षड़यंत्र रचने के गुनाह पर सज्जन कुमार को उम्र कैद की सज़ा सुनाई गई है।

34 साल बाद हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए इस मामले में फैसला सुनाया है।

कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पत्रकार स्वाती चतुर्वेदी ने ट्वीट किया – ‘1984 दंगे का फैसला आने में दशकों लग गए, देखना होगा कि 2002 के दंगे में फैसला कब तक आएगा।’

पत्रकार स्वाती चतुर्वेदी ने 1984 पर तंज कसते हुए देश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। वहीं 2002 का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को टारगेट करने की कोशिश की।

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बता दें कि 2002 में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे। गुजरात के गोधरा में एक साथ 59 कारसेंवको की मौत के तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री ने मीटिंग बुलाई थी। जिसके बाद पूरे गुजरात में हिंदू- मुसलमान संप्रदायिक दंगा भड़का था। इस दंगे में सबसे ज्यादा मुसलमानों की मौत हुई थी।

गोधरा कांड के बाद मोदी की बैठक ने कई सवाल खड़े किए थे।

इस ट्वीट के बाद स्वाती को कई नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली। मानों बीजेपी समर्थकों ने उन्हें घेर लिया। यहां बीजेपी समर्थक स्वाती को याद दिलाने में लगे रहे कि कांग्रेस ने इतने सालों तक सत्ता में रहने के बाद क्या किया।

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वहीं कुछ लोग राहुल गांधी की आलोचना करने लगे। स्वाती अक्सर बीजेपी के अनुचित कार्यों की आलोचना करती आईं है।

2016 में इनकी ‘आई एम ट्रोल’ नामस से बुक भी रिलीज़ हुई थी जिसमें स्वाती ने बीजेपी की आईटी और सोशल मीडिया सेल के बारे में बताया है। स्वाती ने बताया कि कैसे बीजेपी की आईटी और सोशल मीडिया सेल सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने में लगी है।

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