जबसे अखिलेश यादव और मायावती ने चंद महीनों में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन का एलान किया है, बीजेपी के हाथ-पाँव फूले हैं। पीएम मोदी से लेकर अमित शाह तक और योगी आदित्यनाथ तक सबके सब सकते में हैं कि अब क्या होगा?… 2019 हाथ से न निकल जाए!
लेकिन सपा-बसपा गठबंधन के बाद बीजेपी नेताओं से भी ज़्यादा बेचैन अगर कोई है तो वो है दिल्ली का राष्ट्रीय मीडिया।… अगर आपने गठबंधन के बाद टीवी न्यूज़ देखा है तो आपको इसका अंदाज़ा हो गया होगा।
अंजना से लेकर सुधीर तक…. और सरदाना से लेकर अवस्थी तक सबके सब हैरान है… परेशान हैं… कि अब क्या होगा। बीजेपी गई तो गोदी मीडिया को पूछेगा कौन।
इसी बेचैनी में राष्ट्रीय मीडिया के एसी में बैठे एंकर कुछ भी बक रहे हैं। कोई इस गठबंधन को सियासी गठबंधन बता रहा है… कोई इसे गठबंधन की जगह सर्कस बता रहा है… तो कोई unholy alliance बता रहा है…
AAJ TAK की एंकर अंजना ओम कश्यप ने तो निहायत ही बेशर्मी का सबूत देते हुए गठबंधन को यूपी बिहार लूटने वाला बता दिया। AAJ TAK ने अपने प्रोग्राम का नाम रखा था। ‘साथ आए हैं यूपी-बिहार लूटने’
इस पर पलटवार करते हुए आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीटर पर लिखा-
बेचैनी समझ आ रही है। मोदी नाम का जाप ही इतना कर लिया कि अब इतने बड़े नियोक्ता(स्वामी, मालिक, नौकरी देने वाला) के हटने मात्र के ख़्याल से ही घबराहट में हड़बड़ाहट से “जीतने” को “लूटने” लिखा गया।
ख़ैर,मोदी जी की 40 पार्टियों के रहमो करम पर चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश तो शो-बाजो के लिए मास्टर स्ट्रोक है
बेचैनी समझ आ रही है। मोदी नाम का जाप ही इतना कर लिया कि अब इतने बड़े नियोक्ता के हटने मात्र के ख़्याल से ही घबराहट में हड़बड़ाहट से “जीतने” को “लूटने” लिखा गया।
ख़ैर,मोदी जी की 40 पार्टियों के रहमो करम पर चुनावी वैतरणी पार करने की कोशिश तो शो-बाजो के लिए मास्टर स्ट्रोक है। pic.twitter.com/78C7HXt6Xf
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 15, 2019
तेजस्वी ने कहा कि मोदी जी 40 पार्टियों के साथ गठबंधन करें तो आप इसको मास्टर स्ट्रोक कहते हैं और कोई और करे तो लूटने वाला?… ख़ैर नौकरी देने वाले स्वामी (मोदीजी) के हटने के घबराहट में हड़बड़ाहट से जीतने को लूटना लिख दिया होगा।