
बुलंदशहर हिंसा में हत्यारी भीड़ का शिकार हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों ने आज लखनऊ के पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। सीएम योगी ने कल सुबोध कुमार के परिवार को मिलने के लिए लखनऊ बुलाया था।
मुलाकात के दौरान सीएम योगी ने सुबोध सिंह के परिजनों से संवेदना जताते हुए हर संभव मदद करने के साथ ही न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मामले में दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा।
सीएम योगी भले ही परिजनों से दोषियों के खिलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने की बात कर रहे हों, लेकिन हक़ीक़त यह है कि योगी की पुलिस अभी तक अपने साथी इंस्पेक्टर की हत्या के मुख्य आरोपी को पकड़ने में नाकाम रही है।
सीएम योगी ने इस मुलाकात के दौरान परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की बात के साथ ही उनके मकान का 30 लाख रुपये का कर्ज भी चुकाने का वादा किया।
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इसके साथ ही सीएम योगी ने परिजनों को आश्वासन दिया कि परिवार को असाधारण पेंशन और एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी, साथ ही जैथरा कुरावली सड़क का नाम भी इंस्पेक्टर सुबोध के नाम पर रखा जाएगा।
सीएम योगी ने भले ही घटना के तीन दिन बाद अपने आवास पर परिजनों से मुलाकात कर ली हो, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी मुलाकात को लेकर यह सवाल उठाया जा रहा है कि सीएम ख़ुद शहीद इंस्पेक्टर के परिजनों से मिलने उनके घर क्यों नहीं गए?
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पत्रकार विनोद कापड़ी ने ट्विटर के जरिए कहा, “शोकाकुल परिवारों को आप अपने पास क्यों बुलाते है आदित्यनाथ जी? जब आप हफ़्तों चुनाव प्रचार के लिए दूसरे राज्य जा सकते हैं तो अपने अफसर के परिवार से घर जा कर भी तो मिल सकते हैं”!
शोकाकुल परिवारों को आप अपने पास क्यों बुलाते है आदित्यनाथ जी ? जब आप हफ़्तों चुनाव प्रचार के लिए दूसरे राज्य जा सकते हैं तो अपने अफसर के परिवार से घर जा कर भी तो मिल सकते हैं !!! https://t.co/KGS3PmO3XQ
— Vinod Kapri (@vinodkapri) December 6, 2018
बता दें कि बुलंदशहर की स्याना तहसील में सोमवार की सुबह कथित गोवंश हत्या के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए हिंदूवादी संगठन के लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था।
हमले में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की बेरहमी से पिटाई के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और पुलिस चौकी को आग को हवाले कर दिया गया था। इस मामले में बजरंग दल के ज़िला संयोजक योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया था, जो अभी फरार है।