ट्विटर ने सोमवार को कई अकाउंट्स के ख़िलाफ़ कार्रवाई करते हुए उनपर रोक लगा दी। बताया जा रहा है कि ट्विटर ने जिन अकाउंट्स के ख़िलाफ़ कार्रवाई की है वह किसानों आंदोलन से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से जुड़े हुए हैं।

बंद होने वाले ट्विटर अकाउंट्स में द कारवां और प्रदर्शनकारी किसान संगठनों का आधिकारिक अकाउंट किसान एकता मोर्चा भी शामिल हैं।

इसके अलावा किसानों के हक़ में आवाज़ उठाने वाले एक्टर सुशांत सिंह के ट्विटर अकाउंट पर भी रोक लगाई गई है।

ट्विटर पर इन अकाउंट को खोलने पर जो मैसेज दिख रहा है, उसमें बताया गया है कि कानूनी मांग के बाद यह अकाउंट बंद किए गए।

किसान आंदोलन के आईटी हेड बलजीत सिंह के मुताबिक़, प्रदर्शन से जुड़े कई और एक्टिविस्ट्स के निजी अकाउंट्स पर भी रोक लगाई गई है। बताया जा रहा है कि इन सभी अकाउंट्स के ख़िलाफ़ ट्विटर ने कार्रवाई सरकारी एजेंसी से मिली शिकायत के बाद की है।

ट्विटर की तरफ से इस मामले में कहा गया है कि अगर कंपनी को कोई आधिकारिक संस्था से निवेदन मिलता है तो कुछ कंटेट पर रोक लगाना जरूरी हो जाता है।

कंपनी ने कहा कि ऐसी मांग मिलने पर अकाउंट से संबंधित व्यक्ति को जानकारी दे दी जाती है।

ट्विटर पर एक साथ कई अकाउंट्स पर रोक लगाने से खलबली मच गयी है। संगीतकार विशाल ददलानी ने ऐसे ही एक एकाउंट के प्रतिबंधित होने पर ट्वीट किया, “अविश्वसनीय। विनाश काले विपरीत बुद्धि। किम जोंग मोमो का टाइम आने वाले है”।

 

अभी तक ये नहीं पता चल सका है कि ट्विटर ने ये कार्रवाई कितने अकाउंट्स के ख़िलाफ़ की है।

लेकिन फिलहाल जिन अकाउंट्स पर विदहेल्ड यानी रोक लगाए जाने का संदेश आ रहा है, उनमें मोहम्‍मद सलीम, CPI (M) के पूर्व राज्‍यसभा सांसद, प्रसार भारती के CEO शशि शेखर, अभिनेता सुशांत सिंह, आम आदमी पार्टी से जुड़ीं आरती, राजनीतिक कार्यकर्ता हंसराज मीणा, संजुक्ता बासु, मोहम्मद आसिफ खान के अलावा किसान एकता मोर्चा और द कारवां का अकाउंट शामिल है।

साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता हंसराज मीणा के अकाउंट पर लगी रोक के विरोध में #restorehansrajmeena का ट्रेंड चलाया जा रहा है।

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