दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है। लेकिन इन सबके बीच गृह मंत्री अमित शाह गायब हैं। ट्वीटर पर ट्रेंड चल रहा है ‘अमित शाह कहां हैं?’ लोग कह रहे हैं कि, “क्या अमित शाह MLA खरीदने के लिए गृहमंत्री बने हैं?

दिल्ली में पुलिस और वकील आमने-सामने हैं। मंगलवार सुबह से ही दिल्ली पुलिस के जवान और उनके परिजन सड़कों पर उतर कर अपने लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।

तीस हज़ारी कोर्ट से पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद दिल्ली की अदालतों में वकीलों ने दिल्ली पुलिस के जवानों को पीटा। इसीलिए ज़मीन पर रहकर न्याय दिलाने वाली पुलिस अब खुद न्याय मांग रही है! मोदी सरकार में दिल्ली पुलिस के इतिहास में पहली बार हुआ है कि पुलिस के जवान दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करके खुद के लिए न्याय मांगते-मांगते रो दे रहे हैं रहे हैं।

वो कह रहे हैं हमने पिटने के लिए ये पुलिस की नौकरी नहीं ज्वाइन की थी। आईटीओ स्थित मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों ने कहा कि, “हमें न्याय चाहिए, हमें असुरक्षा का एहसास हो रहा है।”

दिल्ली पुलिस के समर्थन में उतरे हरियाणा-बिहार पुलिस एसोसिएशन, गृहमंत्री अमित शाह कहां हैं?

दिल्ली पुलिस के जवानों से मारपीट मामले में अब हरियाणा पुलिस एसोसिएशन, बिहार और तमिलनाडू पुलिस एसोसिएशन तक आ गए हैं। लेकिन खुद गृह मंत्री अमित शाह और उनके दो राज्यमंत्री का अभी तक बयान नहीं आया है। कांग्रेस, सपा, राजद की सरकारों के कार्यकालों को जंगलराज बताने वाले गृह मंत्री अमित शाह चुप्पी साधे बैठे हैं।

देश की सबसे दुरुस्त पुलिस मानी जाने वाली राजधानी दिल्ली की पुलिस आज बेबस है। वो पिट रही है, उसके साथ खुद उसकी मुखिया मोदी सरकार उसके साथ नहीं है। जब दिल्ली में पुलिस का ये हाल है तो फिर अन्य राज्यों और पुलिस की क्या हालत होगी समझा जा सकता है। इससे ये भी पता चलता है कि मोदी सरकार कामकाज संभालने में असमर्थ है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here