डॉक्टरों को सड़कों पर पीटा जाता है, महिला डॉक्टरों से पुलिस द्वारा छेड़छाड़ की जाती है और जनता या मीडिया द्वारा आवाज नहीं उठाया जा रहा है। सरकार सो रही है और न्यायपालिका सर्दियों की छुट्टियों पर है। मुझे नहीं पता कि हम किसके लिए दिन-रात काम कर रहे हैं और अपना निजी और पारिवारिक जीवन खराब कर रहे हैं।

ये शिकायत है रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन एम्स के पूर्व प्रेसिडेंट हरजीत सिंह भाटी की। भाटी ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा है, “सलमान खान को साँप ने काटा” वाली ख़बर दिन भर चलाने वाली गोदी मीडिया, “डॉक्टर्स को पुलिस ने पीटा” वाली ख़बर कब चलाओगे?”

दरअसल, नीट काउंसलिंग में हो रही देरी को लेकर पूरे देश के डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली में भी रेजिडेंट डॉक्टर्स 17 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल में जीटीबी, लेडी हार्डिंग, सफदरजंग, आरएमएल और एलएनजेपी जैसे प्रतिष्ठित अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स भी शामिल हैं।

आज प्रदर्शन करते हुए रेजिडेंट डॉक्टर्स दिल्ली के आईटीओ के पास पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हीं बुरी तरह घसीटा और हिरासत में लिया। इस दौरान डॉक्टर्स लगातार पुलिस से ये गुहार लगाते रहे कि वो अहिंसक तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं, उनके साथ दुर्व्यवहार ना किया जाए।

हालांकि दिल्ली पुलिस पर इस मनुहार का कोई असर नहीं पड़ा और डॉक्टर्स को घसीटकर बसों में भर दिया गया। डॉक्टर्स का आरोप है कि इस दौरान पुरुष पुलिस द्वारा महिला चिकित्सकों के साथ बदसलूकी भी गई। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन सफदरजंग के जनरल सेक्रेटरी डॉ. अनुज का कहना है कि पुरुष पुलिस ने महिला डॉक्टर्स के साथ बदसलूकी और गाली-गलौज की।

हिरासत में ली गईं महिला डॉक्टर्स का एक वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है। इसमें एक डॉक्टर बता रही हैं कि कैसे एक अहिंसक प्रदर्शन को दिल्ली पुलिस ने हिंसक बना दिया और पुरुष पुलिस अधिकारियों ने महिला डॉक्टर्स के पीटा।

महिला डॉक्टर ने रोहित मीना नाम के अधिकार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने डॉक्टर्स को सबसे ज्यादा पीटा है। एक ऐसा वीडियो भी सामने आया है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि महिला डॉक्टर्स को पुरुष पुलिस घसीट कर ले जा रहे हैं। इस वीडियो में पुलिस द्वारा की जा रही बदसलूकी और हिंसा को साफ देखा जा सकता है।

बता दें कि पीएम मोदी आए दिन डॉक्टर्स को कोरोना वॉरियर्स बताते हुए ट्विटर और टेलिवीजन से सलाम ठोकते रहते हैं। लेकिन डॉक्टर्स के विरोध प्रदर्शन पर पीएम ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

फिलहाल डॉक्टर्स हजारों की संख्या में इक्ट्ठा होकर सरोजनी नगर पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि ये सब देश की राजधानी दिल्ली में उस वक्त हो रहा जब वहां कोरोना की तीसरी लहर दस्तक देने को है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खौफ के बीच दिल्‍ली में कोविड-19 के नए मरीजों की संख्‍या में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले 24 घंटों में 331 केस दर्ज किए गए।

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