एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के चिकित्सकों को कोरोना वॉरियर्स से नीचे कुछ मानने को तैयार नहीं हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी पुलिस इन डॉक्टर्स को सड़क पर घसीटने में जरा भी संकोच नहीं कर रही है।
दरअसल, नीट काउंसलिंग में हो रही देरी को लेकर पूरे देश के डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली में भी रेजिडेंट डॉक्टर्स 17 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल में जीटीबी, लेडी हार्डिंग, सफदरजंग, आरएमएल और एलएनजेपी जैसे प्रतिष्ठित अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स भी शामिल हैं।
आज प्रदर्शन करते हुए रेजिडेंट डॉक्टर्स दिल्ली के आईटीओ के पास पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हीं बुरी तरह घसीटा और हिरासत में लिया। इस दौरान डॉक्टर्स लगातार पुलिस से ये गुहार लगाते रहे कि वो अहिंसक तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं, उनके साथ दुर्व्यवहार ना किया जाए।
हालांकि दिल्ली पुलिस पर इस मनुहार का कोई असर नहीं पड़ा और डॉक्टर्स को घसीटकर बसों में भर दिया गया। डॉक्टर्स का आरोप है कि इस दौरान पुरुष पुलिस द्वारा महिला चिकित्सकों के साथ बदसलूकी भी गई। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन सफदरजंग के जनरल सेक्रेटरी डॉ. अनुज का कहना है कि पुरुष पुलिस ने महिला डॉक्टर्स के साथ बदसलूकी और गाली-गलौज की।
"Male police manhandling and abusing female doctors" : DR Anuj, General Secretary of Safdarjung Hospital RDA @DelhiPolice @FordaIndia https://t.co/GsDT1b72yx
— Hemant Rajaura (@hemantrajora_) December 27, 2021
हिरासत में ली गईं महिला डॉक्टर्स का एक वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है। इसमें एक डॉक्टर बता रही हैं कि कैसे एक अहिंसक प्रदर्शन को दिल्ली पुलिस ने हिंसक बना दिया और पुरुष पुलिस अधिकारियों ने महिला डॉक्टर्स के पीटा।
Cc @SwatiJaiHind @kavita_krishnan @sharmarekha
— Hemant Rajaura (@hemantrajora_) December 27, 2021
महिला डॉक्टर ने रोहित मीना नाम के अधिकार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने डॉक्टर्स को सबसे ज्यादा पीटा है। बता दें कि पीएम मोदी आए दिन डॉक्टर्स को कोरोना वॉरियर्स बताते हुए ट्विटर और टेलिवीजन से सलाम ठोकते रहते हैं। लेकिन डॉक्टर्स के विरोध प्रदर्शन पर पीएम ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
India salutes our doctors- exceptional care givers who are at the forefront of a spirited fight against COVID-19. #doctorsday2020 pic.twitter.com/WsWroXjVpO
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2020
दिल्ली की हालत लगातार खराब हो रही है। स्वास्थ्य से जुड़ी रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार हेमंत राजौरा के मुताबिक, दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 10 हजार से ज्यादा सर्जरी रद्द किए जा चुके हैं। इलाज के अभाव में कई बीमार मरीजों की मौत हो चुकी है। ओपीडी सेवाएं 27 नवंबर से बंद हैं।
More than 10 thousand Surgeries have been cancelled in Delhi's Govt Hospitals
Many Sick patients have died due to lack of treatment. OPD services are closed (except Faculties) since 27th November. COVID is returning but our doctors are not heard. @mansukhmandviya @FordaIndia pic.twitter.com/W74yW7CmUw
— Hemant Rajaura (@hemantrajora_) December 27, 2021
ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए भी सरकार डॉक्टर्स के प्रदर्शन को तवज्जो नहीं दे रही है। ऐसे में इन प्रदर्शनकारी चिकित्सकों को विपक्ष का साथ मिलना शुरू हो चुका है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली पुलिस द्वारा डॉक्टर्स को घसीटे जाने का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ”फूल बरसाना दिखावे का PR था, असलियत में अन्याय बरसा रहें हैं। केंद्र सरकार के अत्याचार के ख़िलाफ़ मैं #CovidWarriors के साथ हूँ।”
फूल बरसाना दिखावे का PR था,
असलियत में अन्याय बरसा रहें हैं।केंद्र सरकार के अत्याचार के ख़िलाफ़ मैं #CovidWarriors के साथ हूँ।#NEETPG pic.twitter.com/lzmWjLrwMZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 27, 2021
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