1 साल बाद अच्छे आचरण के आधार पर किसी भी कैदी को परोल मांगने का हक है। ये बयान है हरियाणा के जेल मंत्री कृष्ण लाल पवार का है। जिन्होंने एक बलात्कार और हत्या के दोषी पाए गए डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख गुरमीत राम रहीम के पैरोल की पैरवी की है। इस बयान के बाद खट्टर सरकार पर आरोप लगने लगे है कि ये सब वो चुनाव के लिए कर रही है।

दरअसल बलात्कार के दो मामलों में 20 साल की सजा भुगत रहा गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर आने के लिए बेताब है, तो वहीं हरियाणा सरकार उसे वापस डेरे में पहुंचाने की तैयारी कर रही है। सरकार और बाबा की जल्दबाजी का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि नियम कानून भी आड़े नहीं आ रहे हैं।

उनकी पैरवी करने वालों में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, जेल मंत्री कृष्ण पवार और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जैसे सरकार के वरिष्ठ नेता शामिल है। इस मामले पर स्वराज इंडिया के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने सोशल मीडिया पर हमला बोला है।

4 महीने बाद चुनाव है अगर बलात्कारी राम रहीम ‘खेती’ नहीं करेगा तो राजनेता ‘फ़सल’ कैसे काटेंगे?

योगेन्द्र ने लिखा- हत्यारा और बलात्कारी “बाबा” चुनाव की खेती करेगा! और खट्टर जी वोटों की फसल काटेंगे! अगर हरियाणा सरकार गुरमीत सिंह को खेती करने के बहाने जेल से छुट्टी देती है तो स्वराज इंडिया इसे कोर्ट और सड़क दोनों जगह चुनौती देगी।

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