
आज देशभर के हजारों किसान संसद मार्ग पर अपनी मांगों को लेकर बड़ी संख्या में अड़े हुए हैं। किसानों की मांग है कि सरकार उनके द्वारा बनाए गए बिल पर संसद का विशेष सत्र बुलाकर चर्चा करें और बिलों को संसद में जल्द से जल्द पास करें।
आज किसानों के इस मार्च में विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेता भी शामिल हुए हैं। आपको बता दें कि इस किसान मार्च को देश की 21 राजनीतिक पार्टियों का समर्थन प्राप्त हैं।
इसी बीच किसान मार्च में योगेंद्र यादव ने कहा है कि मोदी सरकार किसान विरोधी है। इस सरकार ने किसानों के लिए काम करने का जितना प्रचार किया है अगर उस प्रचार का आधा भी काम किया होता तो आज किसानों की आत्महत्याएं कम हो गई होती। इस सरकार देश में बिमार किसानों को ICU में पहुंचा दिया है। लेकिन अब हम इस सरकार के खिलाफ आवाज उठ़ाएंगें और पूरे देश में किसानों को एकजुट करके सरकार से अपने बिलों को पास करने के लिए मजबूर करेंगे।
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योगेंद्र यादव ने कहा है कि हमारें द्वारा लाए गए बिल पर देश की 21 राजनीतिक पार्टियों ने सहमति जताते हुए हस्ताक्षर किए। यह सभी पार्टियां आने वाले चुनावों में अपने अपने घोषणा पत्र में इन बिलों को शामिल करेंगी। इसी के साथ ही रैली के दौरान योगेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगातार किसानों पर दिए जा रहें भाषणों को जुमला करार किया है। और कहा है कि प्रधानमंत्री देश के किसानों को अपने भाषणों में लगातार गुमराह करने में लगे हुए हैं।
अब से अगले पांच महीने तक एक ही संकल्प है – केवल किसान के दोस्त को ही कुर्सी पर बैठाएंगे. इसमें कोई शक नहीं कि आज की मोदी सरकार देश की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार है. इसलिए आज से हमारा नारा है "नरेंद्र मोदी, किसान विरोधी"
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) November 30, 2018