मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने वाली पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी को साहस के लिए प्रेस फ्रीडम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह अंतर्राष्ट्रीय अवॉर्ड उन पत्रकारों को दिया जाता है, जो पत्रकारिता के संरक्षण और प्रचार में साहस दिखाने का काम करते हैं।
यह अवॉर्ड रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की ओर से लंदन के गेटी इमेजेस गैलरी में दिया गया। चतुर्वेदी ने यह अवॉर्ड अपनी किताब ‘आई एम अ ट्रोल’ के लिए जीता है। इस किताब में उन्होंने सत्ताधारी बीजेपी की ऑनलाइन सेना का ख़ुलासा किया है।
BJP की ट्रोल आर्मी का ख़ुलासा करने वाली पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी को मिलेगा ग्लोबल अवार्ड! नॉमिनेट हुईं
अन्य पुरस्कार विजेताओं में माल्टा से मैथ्यू कारुआना गैलिज़िया ने प्रभाव के लिए अवॉर्ड जीता, वहीं फिलीपींस इंडे एस्पिना-वरोना ने स्वतंत्रता के लिए अवॉर्ड जीता। द ऑब्जर्वर के कैरोल कैडवाल्डर ने “एल ‘एस्प्रिट डी आरएसएफ” पुरस्कार जीता जो ब्रिटेन के पत्रकारों के लिए था।
The Prize for Courage is given to journalists who show courage in their work or in the defence and promotion of journalism. This year’s prize has been awarded to Swati Chaturvedi @bainjal#RSFAwards2018 pic.twitter.com/d838cBg3Nd
— RSF (@RSF_inter) November 8, 2018
प्रेस फ्रीडम अवार्ड उन लोगों को दिया जाता है जो साहस दिखाते हुए बिना किसी दबाव के प्रभावशाली काम करते हैं। इस अवार्ड को देने वाली संस्था आरएसएफ़ ने इस बार यह सारे गुण भारतीय पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी में भी देखे। जिसके चलते उन्हें यह अवॉर्ड दिया गया।
आरएसएफ़ ने बयान जारी कर कहा, “भारत में स्वाति चतुर्वेदी ऑनलाइन उत्पीड़न की शिकार रही हैं। उन्होंने पत्रकारीय हथियारों का इस्तेमाल कर इसका जवाब दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी बीजेपी, जो ट्रोल सेना रखने के लिए जानी जाती है, के भीतर ‘आईटी सेल’ की जांच की।”