
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था, “मैं देश नहीं बिकने दूंगा।” लेकिन मोदी सरकार ही देश की सरकारी कंपनियों को बेच रही है। भारत सरकार की सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया और सरकारी तेल रिफिइनरी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को मार्च तक बेचने पर विचार कर रही है।
खुद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इन्टरव्यू में कहा कि, “सरकार चाहती है मार्च तक एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) की बिक्री की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। दोनों कंपनियों को लेकर हमारी जो योजना है हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत तक उन्हें पूरा कर लेंगे।”
एयर इंडिया और BPCL बेचने वाले ये भी बता दें कि देश को किस तारीख में बेचने की प्लानिंग है? : कांग्रेस
एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड को बेचे जाने पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि, “धरती बेचो असमान बेचो, एयर इंडिया से लेकर भारत पैट्रोलियम तक सब बेच दो, लेकिन ये याद रखो कि ये सब उसी नेहरु का बनाया हुआ है जिसे तुम रोज निकम्मा और अय्याश कहते हो।”
धरती बेचो आसमान बेचो,एयर इंडिया से लेकर भारत पैट्रिलियम तक सब “बेच” दो, लेकिन ये याद रखो, कि ये सब उसी “नेहरु” का बनाया हुआ है, जिसे तुम रोज़ “निकम्मा” और “अय्याश” कहते हो.
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) November 18, 2019
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड के बेचने के बारे में कहा कि, सरकार को इन दोनों कंपनियों को बेचने से इस वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ का फायदा होगा।
यही नहीं मोदी सरकार में सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल भी बिकने के कगार पर है। बीएसएनएल कर्मचारियों को पैसे की कमी के कारण महीनों से वेतन नहीं मिला है। जबकि मोदी सरकार में 15 साल में मंदी सबसे ज्यादा है। सरकार सरकारी घाटे को कम करने के लिए सरकारी कंपनियों को बेचने की योजना बना रही है। सरकारी विश्वविद्यालयों की फीस बढ़ाने में लगी हुई है।