जम्मू कश्मीर में जैसे ही महबूबा मुफ्ती ने सरकार बनाने का दावा किया और कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस से समर्थन लेकर वह 56 विधायकों के साथ सरकार बनाने जा रही हैं, वैसे ही राज्यपाल ने जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग कर दी गई।
राज्यपाल सत्यपाल मालिक ने कहा कि काम करने के ‘अयोग्य’ गठबंधन को सरकार बनाने का अधिकार नहीं दिया जा सकता।
जम्मू कश्मीर में मचे घमसान पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा- जम्मू-कश्मीर की विधानसभा का अचानक भंग किया जाना पूर्णत: अलोकतांत्रिक है।
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आज कश्मीर से लेकर केरल तक हर जगह लोकतंत्र ख़तरे में है। देश के सभी विचारवान नागरिकों को एक साथ आना होगा नहीं तो जनतंत्र व जनमत का गला घोंट दिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर की विधान सभा का अचानक भंग किया जाना पूर्णत: अलोकतांत्रिक है. आज कश्मीर से लेकर केरल तक हर जगह लोकतंत्र ख़तरे में है. देश के सभी विचारवान नागरिकों को एक साथ आना होगा नहीं तो जनतंत्र व जनमत का गला घोंट दिया जाएगा.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 22, 2018
बता दें कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने के कुछ ही देर बाद, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार की रात राज्य विधानसभा भंग कर दी थी।
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पीडीपी-एनसी और कांग्रेस के एकजुट हो जाने पर बीजेपी नेता राम माधव ने कहा कि उनके पाकिस्तान कनेक्शन है ऐसा इसी मुमकिन हो पाया।