
जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर जब सभी विपक्षी दल एक हुए तब विधानसभा भंग कर दी गई। वहीं अब इस मामले पर सियासत शुरू हो गई।
बीजेपी नेता राम माधव ने विपक्ष की एकजुटता को पाकिस्तान की साजिश करार दे दिया। जिसपर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भड़क उठे और उनसे सवाल किये पाकिस्तान का हाथ होने का सुबूत देना चाहिए।
दरअसल बीजेपी नेता राम माधव ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जम्मू कश्मीर में पीडीपी-एनसी और कांग्रेस के एक साथ सरकार बनाने को लेकर पाकिस्तान कनेक्शन खोज लिया।
राज्यपाल ने भंग कर दी जम्मू कश्मीर की विधानसभा, यशवंत सिन्हा बोले- BJP ने संविधान को ताक पर रख दिया है
बीजेपी के नेशनल सेक्रेटरी राम माधव ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग की घटना पर टिप्पणी की है।
PDP&NC boycotted local body polls last month because they had instructions from across the border.Probably they had fresh instructions from across the border to come together & form govt.What they did prompted Guv to look into the whole issue: Ram Madhav on J&K assembly dissolved pic.twitter.com/f0wPQbzqrD
— ANI (@ANI) November 22, 2018
उन्होंने कहा, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पिछले महीने निकाय चुनावों का बहिष्कार किया क्योंकि उन्हें सीमा पार से आदेश मिले थे। शायद इस बार भी उन्हें बॉर्डर पार से गठबंधन में सरकार बनाने का निर्देश मिला है।
लोकतंत्र की हत्या: अब्दुल्ला और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने जा रही थी महबूबा, राज्यपाल ने भंग कर दी विधानसभा
इसपर नाराजगी ज़ाहिर करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं राम माधव जी को चुनौती देता हूं कि आरोप साबित करें। आपके पास रॉ, एनआईए और आईबी है। सीबीआई भी आपके कंट्रोल में है। तो अगर आपमें हिम्मत है तो जनता के सामने सबूत रखें। वरना माफी मांगें। मारो और भागो वाली राजनीति न करें।
I dare you @rammadhavbjp ji to prove your allegation. You have RAW, NIA & IB at your command (CBI too is your parrot) so have the guts to place evidence in the public domain. Either prove this or be man enough to apologise. Don’t practice shoot & scoot politics. https://t.co/KEbOo0z6O2
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 22, 2018
बता दें कि जम्मू कश्मीर में जैसे ही महबूबा मुफ्ती ने सरकार बनाने का दावा किया था और कहा था कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस से समर्थन लेकर वह 56 विधायकों के साथ सरकार बनाने जा रही हैं, वैसे ही राज्यपाल ने जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग कर दी।