#10YearChallenge सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। भारत में #10YearChallenge का इस्तेमाल अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला करने के लिए भी किया जाने लगा है। सत्ताधारी भाजपा तो बकायदा #10YearChallenge के तर्ज पर #5YearChallenge चला रही है।
बीजेपी के सोशल मीडिया हैंडल से मोदी के 5 साल के कार्यकाल और कांग्रेस के कार्यकाल की तुलान करते हुए तस्वीरें शेयर की जा रही है। जैसे-
PM Shri @narendramodi has transformed Kashi like never before. Beautification of the ghats is one such remarkable work. #5YearChallenge pic.twitter.com/CSy2YT8Ehq
— BJP (@BJP4India) January 18, 2019
स्वच्छ भारत के अंतर्गत महिलाओं को खुले में शौच से मुक्ति मिली। #5YearChallenge pic.twitter.com/znSmLkj2CU
— BJP (@BJP4India) January 18, 2019
Here is our #5YearChallenge.
Affordable housing for all through Pradhan Mantri Awas Yojana. pic.twitter.com/tVKXQ1sVfp
— BJP (@BJP4India) January 18, 2019
Here is our #5YearChallenge.
The 13 km Kollam bypass project was delayed for 43 years. In 2015, Modi government took note of this project and completed it in 4 years. pic.twitter.com/rKPpZyVxNg
— BJP (@BJP4India) January 18, 2019
बीजेपी की तरफ से इसी तरह की एक और तुलनात्मक तस्वीर शेयर की गई थी, जिसे थोड़ी ही देर बाद डिलीट कर दिया गया। अब सवाल उठता है कि क्यों डिलीट कर दिया गया?
(ये रहा उस ट्वीट का लिंक जिसपर >क्लिक करने से अब कोई ट्वीट नहीं दिखेगा। हालांकि archive के इस लिंक पर >क्लिक कर के इसे उस ट्वीट को देखा जा सकता है।)
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दरअसल बीजेपी ने तुलनात्मक तस्वीरों का एक कोलाज शेयर किया और दावा किया गया कि मोदी सरकार ने वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे तय समय के भीतर तैयार कर दिया। लेकिन हकीकत ये है कि दिल्ली से मेरठ तक बनने वाले इस एक्सप्रेस का मात्र नौ किलोमीटर ही बना है यानी पहले चरण का काम ही पूरा हुआ है।
खुद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 30 दिसंबर 2018 को एक आयोजन में कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम अप्रैल 2019 तक पूरा होगा।
अभी एनएचएआई अधिकारी एक्सप्रेस वे के लिए अधिग्रहित जमीन के मुआवजा प्रकरण में फंसे हुए हैं। किसानों का आरोप है कि सरकार जमीन तो अधिग्रहण कर रही है लेकिन मुआवजा नहीं दे रही है। 15 जनवरी को किसानों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन भी किया था।
135KM के एक्सप्रेस-वे का मात्र 9KM बनाकर बीजेपी दावा कर रही है कि उसने तय समय में काम पूरा कर दिया। ऐसे में ट्वीट हटाना तो लाजमी था। बीजेपी के इस ट्वीट में एक और धांधली थी।
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बीजेपी ने अपने 9KM के एक्सप्रेस-वे की तुलना करने के लिए जिस निर्माणधीन सड़क की तस्वीर का इस्तेमाल किया था, वो निर्माणधीन लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे का तस्वीर है, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे की नहीं।
निर्माणधीन लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की तस्वीर 17 मार्च 2015 को क्लिक किया गया था। तस्वीर क्लिक करने वाले फोटोग्राफर का नाम मनीष अगनिहोत्री है। तस्वीर का कॉपीराइट shutterstock.com के पास है।
वैसे बता दें कि 302KM के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे को यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रिकॉर्ड टाइम यानी 22 महीने में बनवा दिया था।