वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में असंवेदनशीलता का मामला सामने आया है। यहां पीएम मोदी से अपने बेटे की रिहाई की गुहार लगाने आई एक 80 साल की दुखियारी मां के साथ कार्यकर्ताओं ने मारपीट की और फिर उसे धक्के देकर भगा दिया।
दरअसल बुज़ुर्ग महिला, जिनका नाम अमरावती देवी है, वो पीएम मोदी के रोड शो में एक तख्ती पर नेपाल जेल में बंद अपने बेटे की रिहाई की गुहार लिखकर पहुंची थीं। लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ताओं को लगा कि तख्ती में बुज़ुर्ग महिला मोदी के विरोध में कुछ लिखकर आई हैं। बस फिर क्या था, बीजेपी के कार्यकर्ता बुज़ुर्ग महिला टूट पड़े और तख्ती फाड़ कर धक्के देकर महिला को वहां से भाग दिया।
बता दें कि अमरावती देवी का बेटा दुर्घटना के एक मामले में दो साल से नेपाल की जेल में बंद है। उसे दो लाख के जुर्माने पर छुड़ाया जा सकता है। अमरावती उसे छुड़ाने के लिए दो साल से भीख मांग कर पैसा इकट्ठा कर रही हैं, लेकिन उनके पास इतने पैसे इकट्ठे नहीं हो पा रहे, जिससे वह अपने लाल को छुड़ा सकें।
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उनके पास जैसे ही थोड़े पैसे जमा होते हैं, उनसे रहा नहीं जाता और वह बनारस के पांडेपुर की गली से निकलकर नेपाल के नवलपुर की पराछी जेल चली जाती हैं, ताकि बेटे से मिल सकें। जब उन्हें पता चला कि पीएम मोदी रोड शो कर रहे हैं, तो उन्हें लगा कि पीएम इस काम में उनकी मदद कर सकते हैं।
इसी मदद की आस से वह रोड शो में पहुंच गईं सारा दिन भूख-प्यास के आलम में तख्ती लिए यह सोचकर खड़ी रहीं कि कभी तो पीएम की इसपर नज़र पड़ेगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं पीएम मोदी ने तो तख्ती को नहीं देखा, लेकिन उनके समर्थकों की नज़र तख्ती पर पड़ गई और उन्होंने इसे विरोध की तख्ती समझकर अमरावती को धक्के देकर वहां से भगा दिया।
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एक दुखियारी मां को ख़ुद को ग़रीब का बेटा कहने वाले पीएम के रोड शो से मायूसी हाथ लगी। इस मायूसी के बाद वह अपने आंसुओं को समेटे वापस घर आ गईं। पीएम के समर्थकों ने उनकी उस तख्ती को भी फाड़ दिया, जिससे वह अपने बेटे को छुड़ाने के लिए पैसा इकट्ठा किया करती थीं। पीएम के रोड शो में एक दुखायारी मां के सारे अरमान कुचल दिए गए।