28 नवंबर को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए हुआ मतदान विवादों में है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों का आरोप है कि बीजेपी ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ की कोशिश कर रही है। दरअसल 28 तारीख को वोटिंग खत्म होने के बाद कई तरह की शिकायतें आ रही हैं।

भोपाल की पुरानी जेल में बने स्ट्रांग रूम में रखी EVM के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि हाई सिक्योरिटी स्ट्रांग रूम के CCTV कैमरे ढ़ाई घंटे के लिए बंद रहे।

भोपाल में बंद हुए EVM रूम के CCTV कैमरे, क्या EVM से छेड़छाड़ की कोशिश में लगी है बीजेपी ?

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि जानबूझकर EVM में गड़बड़ी करने के लिए कैमरे बंद किए गए, और अंदर की गतिविधियों को कोई देख न सके इसलिए स्ट्रांग रूम के बाहर की एलईडी भी बंद कर दी गई थी।

EVM के साथ कथित छेड़छाड़ की शिकायत खुरई विधानसभा क्षेत्र से भी आ रही है। दरअसर यहां वोटिंग होनो के 48 घंटे बाद EVM को स्ट्रांग रूम में पहुंचाया गया। ये गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह की विधानसभा सीट है।

कांग्रेस का आरोप है कि ‘चुनाव में गड़बड़ी की मंशा से यह मशीनें गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के दीपाली होटल में लाकर रखी हुई थीं और यहां से उन में गड़बड़ी करते हुए गुपचुप ढंग से स्ट्रांग रूम में जमा कराया जा रहा था’

बता दें कि EVM को बिना नंबर के स्कूल वाहन में लायी गई थी। इस मामले पर जिम्मेदार आधिकारी कुछ भी साफ साफ नहीं बोल पा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेसी नेता आरोप की रफ्तार तेज करते जा रहे हैं।

EVM सुरक्षित है तो भाजपा नेताओं के होटल में कैसे पहुंच जाती है, क्या चुनाव आयोग झूठा है ?

सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अरुण यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को तैनात रहने को कहा है। अरुण ने ट्वीट किया है…

‘भोपाल में स्ट्रांग रूम के बाहर लगी एलईडी बंद होना और सागर में गृह मंत्री की विधानसभा सीट की रिज़र्व ईवीएम मशीनों का 48 घण्टे बाद पहुंचना चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर रहा है। मैं कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूँ स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात रहें जिससे कोई साज़िश कामयाब न हो’

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