लोकसभा चुनाव जैसे जैसे करीब आते जा रहें है एनडीए में दरार बढ़ती जा रही है। असम के बाद अब बीजेपी को पश्चिम बंगाल से झटका लगा है।
पिछले 10 साल से एनडीए में रही गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने अब तीसरा मोर्चा का हिस्सा बनाने को लेकर इच्छा जताते हुए NDA को अलविदा कह दिया है। इस बात कि जानकारी खुद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बिनय तमांग ने है।
दरअसल गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बिनय तमांग ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस बाबत जानकारी देते हुए पत्र लिखा है जिसमे उन्होंने कहा है कि वह तीसरा मोर्चा का हिस्सा बनना चाहते हैं।
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तमांग ने पत्र में लिखा कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा पिछले 10 साल से एनडीए के साथ है, हम आधिकारिक रूप से तीसरा मोर्चा के संयोजक के साथ गठबंधन करना चाहते हैं और एनडीए के साथ गठबंधन खत्म कर रहे हैं, हम तीसरा मोर्चा के साथ मिलकर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
गौरतलब हो कि इससे पहले रालोसपा ने एनडीए का साथ छोड़ महागठबंधन में शामिल हो गए थे।
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अब एनडीए में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक उतनी मजबूत नहीं है जितनी पिछली लोकसभा के दौरान थी अब देखना ये है कि लोकसभा चुनाव से पहले कितने और दल एनडीए का साथ छोड़ते है।